Edited By Anil Kapoor,Updated: 24 Jul, 2025 07:36 AM

Gorakhpur News: 26वीं बटालियन पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) परिसर में बीते बुधवार को करीब 600 महिला कांस्टेबल प्रशिक्षुओं ने अपनी बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर विरोध जताया। ये छात्राएं 2023 बैच की हैं और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से ट्रेनिंग के...
Gorakhpur News: 26वीं बटालियन पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) परिसर में बीते बुधवार को करीब 600 महिला कांस्टेबल प्रशिक्षुओं ने अपनी बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर विरोध जताया। ये छात्राएं 2023 बैच की हैं और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से ट्रेनिंग के लिए आई हैं। उन्होंने कैंपस में खराब व्यवस्था और सुविधाओं की कमी को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए।
क्यों किया प्रदर्शन?
मिली जानकारी के मुताबिक, महिला प्रशिक्षुओं का आरोप है कि उन्हें साफ पानी, नियमित बिजली और ठीक से काम करने वाले शौचालय नहीं मिल रहे हैं। कई छात्राओं ने बताया कि नहाने के लिए पर्याप्त सुरक्षित जगह नहीं होने की वजह से उन्हें खुले में नहाना पड़ता है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें कुछ महिला प्रशिक्षु अपनी समस्याएं रोते हुए बता रही हैं।शुरुआत में प्रशिक्षुओं ने कैंपस के बाहर सड़क जाम कर दिया था। बाद में अधिकारियों के समझाने के बाद वे अंदर चली गईं, लेकिन फिर प्रशासनिक भवन के बाहर धरने पर बैठ गईं। उन्होंने साफ कहा कि उनकी मांगें पूरी नहीं होने तक वे विरोध जारी रखेंगी।
प्राइवेसी को लेकर सवाल
कुछ छात्राओं ने यह भी कहा कि बाथरूम के पास लगे सीसीटीवी कैमरे उनकी प्राइवेसी के लिए खतरा हैं। हालांकि, इस आरोप की जांच कमांडेंट आनंद कुमार और जोन के आईजी प्रीतिंदर सिंह ने कराई। उन्होंने साफ कहा कि बाथरूम के अंदर या उसके पास कोई कैमरा नहीं लगाया गया है और यह आरोप गलत है।
प्रशासन की कार्रवाई और आश्वासन
कमांडेंट आनंद कुमार ने बताया कि शौचालय और अन्य जरूरी सुविधाओं का निर्माण अभी भी चल रहा है। बिजली और पानी की समस्या तकनीकी खराबी के कारण हुई थी, जिसे अब ठीक कर दिया गया है। साथ ही, एक फिजिकल ट्रेनर के खिलाफ छात्राओं द्वारा की गई आपत्तिजनक भाषा की शिकायत पर उसे निलंबित कर दिया गया है। आईजी प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि जो लोग अफवाह फैलाएंगे, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया पर झूठी खबर फैलाने वालों की भी पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। अब उम्मीद है कि जल्द ही प्रशिक्षुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और वे बिना किसी परेशानी के अपनी ट्रेनिंग पूरा कर सकेंगी।