Edited By Purnima Singh,Updated: 24 Jul, 2025 07:24 PM

यूपी में मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव से एक अजब गजब मामला सामने आया है। यहां मौजूद प्राचीन शिव मंदिर में पिछले एक साल से एक मुस्लिम युवक हिंदू बनकर पूजा-पाठ कर रहा था......
मेरठ: यूपी में मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव से एक अजब गजब मामला सामने आया है। यहां मौजूद प्राचीन शिव मंदिर में पिछले एक साल से एक मुस्लिम युवक हिंदू बनकर पूजा-पाठ कर रहा था। युवक ने खुद को कृष्ण बताकर मंदिर में रहने की अनुमति ली थी। मंदिर में पहले से कोई पुजारी नहीं था, इसलिए ग्रामीणों ने उसे पूजा-पाठ की जिम्मेदारी सौंप दी थी।
धोती खुली तो सामने आया सच.....
युवक रोजाना मंदिर में पूजा करता था। इतना ही नहीं ग्रामीणों को आध्यात्मिक ज्ञान भी देता था। पहले तो गंव वाले उसे साधु समझकर सम्मान देते रहे, लेकिन कुछ महीनों बाद शक होने पर उन्होंने उसका पहचान पत्र मांगा तो वह अचानक 15 दिन के लिए गायब हो गया। लौटने के बाद उसने मंदिर में दोबारा पूजा-पाठ शुरू कर दी। बीते बुधवार को शिवरात्रि और कांवड़ यात्रा के अवसर पर मंदिर में भंडारा चल रहा था। तभी ‘कृष्ण’ मंदिर में पहुंचकर कमरे से कुछ सामान निकालने लगा। गांव वालों को उसपर चोरी का शक हुआ। जिसके बाद उससे पूछताछ की गई। बहस बढ़ी तो कुछ लोगों ने उसकी धोती खींच दी, जिससे उसकी असली पहचान सामने आ गई।
पिता बिहार में मौलवी, बेटा मेरठ में पुजारी
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में युवक ने बताया कि उसका असली नाम कासिम पुत्र मोहम्मद अब्बास, निवासी ग्राम कोली रायपुर, सीतामढ़ी, बिहार है। उसके पिता वहां पर मौलवी हैं। उसने हाथ पर ‘कृष्ण’ नाम भी गुदवा रखा है।
कासिम ने दावा करते हुए कहा कि वह 20 साल पहले उत्तर प्रदेश आ गया था। दिल्ली के मंदिरों में उसने पूजा-पाठ और मंत्रोच्चारण सीखा था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और बिहार पुलिस को सूचना भेज दी गई है।