Edited By Anil Kapoor,Updated: 23 Jul, 2025 02:58 PM

Badaun News: उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले के उझानी थाना परिसर में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एक छुट्टा सांड अचानक थाने के अंदर घुस आया। पहले तो सभी को लगा कि वह थोड़ी देर परिसर में घूमेगा और चला जाएगा, लेकिन हैरानी तब हुई जब वह थाने की सीढ़ियां...
Badaun News: उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले के उझानी थाना परिसर में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एक छुट्टा सांड अचानक थाने के अंदर घुस आया। पहले तो सभी को लगा कि वह थोड़ी देर परिसर में घूमेगा और चला जाएगा, लेकिन हैरानी तब हुई जब वह थाने की सीढ़ियां चढ़ते-चढ़ते सीधे तीसरी मंजिल तक पहुंच गया।
पुलिसकर्मी और फरियादी रह गए हैरान
जैसे ही सांड को थाने की बिल्डिंग के अंदर चढ़ते देखा गया, थाने में मौजूद पुलिसकर्मी और लोग घबरा गए। थाने की इमारत तीन मंजिला है और किसी को अंदाजा नहीं था कि एक भारी-भरकम सांड इतनी ऊंचाई तक पहुंच जाएगा। लोग इधर-उधर भागने लगे और थाने में भगदड़ जैसे हालात बन गए।
मौके पर पहुंची नगर पालिका और पशुपालन विभाग की टीम
घटना की जानकारी मिलते ही नगर पालिका और पशुपालन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। सभी ने मिलकर सांड को सुरक्षित नीचे लाने की योजना बनाई। यह आसान काम नहीं था, इसलिए एक रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें कई लोगों ने मिलकर भाग लिया।
बेहोश कर नीचे उतारा गया सांड
चूंकि सांड बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर था और कभी भी बेकाबू हो सकता था, इसलिए पशु चिकित्सकों ने उसे बेहोशी का इंजेक्शन (ट्रैंक्विलाइज़र) दिया। जब सांड आंशिक रूप से बेहोश हो गया, तब रस्सियों की मदद से कई लोगों ने मिलकर उसे नीचे उतारा।
हल्की चोटें आईं, हालत ठीक
सांड को नीचे उतारते समय हल्की चोटें आईं, लेकिन पशु चिकित्सकों ने बताया कि चोटें गंभीर नहीं हैं और वह जल्द ठीक हो जाएगा। यह रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 3 घंटे तक चला, जिसके बाद सांड को सुरक्षित नीचे लाया गया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग हैरान हैं कि एक सांड कैसे इतनी ऊंचाई तक चढ़ गया। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि छुट्टा पशु की समस्या किस तरह से कभी भी बड़ी मुसीबत बन सकती है।
सौभाग्य से कोई बड़ा नुकसान नहीं
खुशकिस्मती रही कि इस घटना में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन इसने प्रशासन और संबंधित विभागों को सतर्क जरूर कर दिया है। उम्मीद है कि अब छुट्टा पशुओं की समस्या को लेकर ठोस कदम उठाए जाएंगे।