Edited By Pooja Gill,Updated: 03 Sep, 2025 03:37 PM

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद जिले के पाकबड़ा क्षेत्र में लक्जरी कार से गोमांस सप्लाई करने वाले सिंडिकेट से कथित सौदेबाजी और मामले में लापरवाही बरतने के आरोप...
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद जिले के पाकबड़ा क्षेत्र में लक्जरी कार से गोमांस सप्लाई करने वाले सिंडिकेट से कथित सौदेबाजी और मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पाकबड़ा थाना प्रभारी समेत दस पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उमरी सब्जीपुर के जंगल में सोमवार की रात लगभग पौने दो बजे पीआरवी गश्ती पुलिस दल ने एक कार खड़ी देखी। पुलिस गश्ती दल जैसे ही कार के पास पहुंचा उससे पहले ही कार सवार कार को छोड़कर भाग गए।
कार में भरे मांस को गड्ढे में दबा दबाया
पुलिस गश्ती दल ने मामले की जानकारी ग्रोथ सेंटर पुलिस चौकी प्रभारी अनिल तोमर को दी। उन्होंने टीम के साथ मौके पर पहुंच कर देखा तो कार में गोमांस भरा हुआ था। चौकी प्रभारी ने तुरंत इंस्पेक्टर मनोज कुमार को सारे घटनाक्रम से अवगत कराया तो वह भी दल-बल सहित मौके पर पहुंच गए। आरोप है कि कार में भरे मांस को गड्ढे में दबा दिया गया और कार थाने लाने के बजाय अन्यत्र कहीं छिपा दी गई। दिन निकलते ही मंगलवार को कार मालिक की तलाश शुरू हुई। इस दौरान पूरे मामले की जानकारी किसी तरह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कानों तक पहुंच गई।
जांच में खुल गई पुलिस की पोल
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने तत्काल ही सीओ सिविल लाइंस, सीओ कटघर, सीओ हाईवे तथा एसओजी को मौके पर जांच के लिए भेजा, तो पाकबड़ा थाना पुलिस की हकीकत सामने आ गई। गड्ढे में दबाए गए मांस के सेंपल लेकर उनकी जांच के लिए पशु चिकित्सकों की टीम को लगाया गया। जांच में गोमांस की पुष्टि हो जाने के बाद स्पष्ट हो गया कि कार से गोमांस की सप्लाई में वसूली सिंडिकेट सक्रिय है। कार को थाने लाया गया तो पता चला कि कार कुंदरकी थाना क्षेत्र के मोहल्ला सादात निवासी मोहम्मद शमी की है। एसएसपी द्वारा शुरुआती जांच रिपोर्ट के बाद प्रकरण की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारीयों को सौंपी है।
चार्ज संभालने के 24 घंटे बाद ही लगा आरोप
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल द्वारा बीती रात पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही, स्वेच्छाचारिता एवं अकर्मण्यता बरतने के गंभीर आरोप में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों की (दण्ड एवं अपील) नियमावली -1991 के नियम 17(1)(ए) के प्रावधानों के तहत पाकबड़ा थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार, चौकी प्रभारी ग्रोथ सेंटर थाना पाकबड़ा उपनिरीक्षक अनिल कुमार, उपनिरीक्षक महावीर सिंह, मुख्य आरक्षी धीरेन्द्र कसाना, आरक्षी मनीष, यूपी -112 पीआरवी पर तैनात उपनिरीक्षक तस्लीम, आरक्षी राहुल यूपी -112 पीआरवी, आरक्षी चालक सोनू सैनी समेत दस पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।उल्लेखनीय है कि डिलारी थाने से पाकबड़ा थाने का चार्ज संभाले 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि मामले में संलिप्तता के आरोप में नप गए।