Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 28 Nov, 2020 01:24 PM
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में उद्यान विभाग से जिले के ग्रामीण क्षेत्र में अनाज व अन्य सामग्री सुरक्षित रखने के लिये चार लाख कीमत के बनाये गये प्रति पैक हाउस में सरकारी
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में उद्यान विभाग से जिले के ग्रामीण क्षेत्र में अनाज व अन्य सामग्री सुरक्षित रखने के लिये चार लाख कीमत के बनाये गये प्रति पैक हाउस में सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया गया है। पैतीस पैक हाउसों में सरकारी मानक का ध्यान रखना तो दूर कई गांवो में पैक हाउस खेत मे न बनाकर बस्ती में रिहायशी मकान बना लिये गये ।
जिला उद्यान अधिकारी यूके उत्तम ने कहा कि सरकार ने पिछले साल जिले के धमना, मुस्कराखुर्द, छिवौली, बंधौली, कैथा गिरवर, औडेरा, नवैनी, कैथा,मसीदन, बसेला, रघवा, जिगनी, उमरिया में तीन, कुसमरा, इंदरपुरा, लधामऊ,पडुई मुस्करा, रीवन, रमेडी तरौस, सरसई, गौरी, गुढ़ा, इगोहटा, झलोखर,औता उमरी, कुसमरा, सरसई, पाराओझी गांवो में 35 पैकहाउस बनाने के लिये शासन ने प्रति पैक हाउस के लिये दो लाख रुपये धनराशि आवंटित की थी बाकी दो लाख रुपये लाभार्थी कोे अपनी पूंजी लगाकर पैक हाउस स्थापित करना था। शासन ने इसकेे लिये दो कमरे बरामदा, चबूतरा का नाप जोख निर्धारित की थी।
पाराओझी के ग्राम प्रधान का कहना है कि गांव में त्रिवेणी देवी के नाम पर पैक हाउस रिकाडर् मे दिखाया गया है वह विल्कुल फर्जी है। गांव में कोई पैक हाउस नहीं बनाया गया है। गिरवर की महिला ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रवीन्द्र कुमार का कहना है कि गांव में पैक हाउस अब बनाया जा रहा है जब कि अभिलेखों मे कई महीने पहले बनाकर दिखाया जा रहा है।