Edited By Mamta Yadav,Updated: 07 Nov, 2024 09:01 PM
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में सपा 90 फीसदी आबादी पर फोकस करने जा रही है। सपा का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव में आजमाए गए फॉर्मूले को फिर से लागू करने की कोशिश करता दिखेगा।
Lucknow News, (अश्वनी कुमार सिंह): उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में सपा 90 फीसदी आबादी पर फोकस करने जा रही है। सपा का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव में आजमाए गए फॉर्मूले को फिर से लागू करने की कोशिश करता दिखेगा।
90 प्रतिशत जिधर खड़ा होगा उसकी चुनाव में जीत तय
सपा प्रवक्ता आजम खान ने भाजपा पर निशना साधते हुए कहा कि बंटोगे तो कटोगे यह अब तक की राजनीति का सबसे निगेटिव नारा है। समाजवादी पार्टी हमेशा सकारात्मक और सामाजिक सद्भाव में विश्वास रखती है। सपा 90 प्रतिशित उन लोगों की बात करती है जो पीडीए हैं। पार्टी हमेशा शोषित, वंचित और गरीब के उत्थान की बात करती है। भाजपा उन 10 प्रतिशत लोगों के विकास की बात करती है जो पहले से ही उन्नति और विकसित हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह उपचुनाव की लड़ाई 90 बनाम 10 की है। इससे साफ जाहिर है कि 90 प्रतिशत जिधर खड़ा होगा उसकी चुनाव में जीत तय है।
बता दें कि सपा उपचुनाव में 10 प्रतिशत बनाम 90 प्रतिशत के अपने एजेंडे को धार देने में जुट गई है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को रणनीति समझाते हुए संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण के मुद्दों पर फोकस करने पर जोर दिया है। इसी रणनीति के तहत अखिलेश ने गाजियाबाद में भी कहा था कि ये चुनाव भाजपा राज में खतरे में पड़े संविधान, लोकतंत्र, आरक्षण, प्रेस-मीडिया की आजादी और जातीय जनगणना की मांग को पूरा करने और प्रभुत्ववादी सोच के 10 प्रतिशत लोगों से 90 प्रतिशत पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक को बचाने के लिए है। पीडीए की एकजुटता और एकता दिखाने का भी यह चुनाव है। उपचुनाव में इन्हीं सब मुद्दों पर फोकस करते हुए सपा आगे बढ़ रही है।