Edited By Ramkesh,Updated: 21 Nov, 2024 03:23 PM
त्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। चयन परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुरूप आयोजित इस परीक्षा के घोषित परिणाम के अनुसार, आरक्षण नीति का...
लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह ): उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। चयन परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुरूप आयोजित इस परीक्षा के घोषित परिणाम के अनुसार, आरक्षण नीति का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए, प्राप्तांकों की श्रेष्ठता के आधार पर निर्धारित पदों के सापेक्ष लगभग ढाई गुना अधिक यानी कुल 1,74,316 अभ्यर्थियों को अगले चरण के लिए अर्ह घोषित किया गया है। यह चयनित अभ्यर्थी अब चयन प्रक्रिया के अगले चरण में अभिलेखों की संवीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षण के लिए आमंत्रित किए जाएंगे। यह प्रक्रिया दिसंबर के तीसरे सप्ताह में होगी।
समान कट ऑफ अंक पाने वाले सभी अभ्यर्थियों को बुलाया
बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि आरक्षी (नागरिक पुलिस) के पदों पर सीधी भर्ती-2023 के लिए आयोजित इस लिखित परीक्षा में समान कट ऑफ अंक पाने वाले सभी अभ्यर्थियों को अगले चरण की अर्हता सूची में सम्मिलित किया गया है। अभिलेखों की संवीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षण के लिए अर्ह अभ्यर्थियों की सूची बोर्ड की वेबसाइट https://uppbpb.gov.in/ पर जारी कर दी गई है, जहां अभ्यर्थी अपनी पंजीकरण संख्या अथवा परीक्षा अनुक्रमांक से अपना परिणाम देख सकते हैं। बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि अभ्यर्थियों के अभिलेखों की संवीक्षा और शारीरिक मानक परीक्षण (DV/PST) की कार्यवाही दिसंबर के तीसरे सप्ताह में होगी, जबकि अभिलेखों की संवीक्षा और शारीरिक मानक प्रशिक्षण में अर्ह अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा जनवरी, 2025 के तीसरे सप्ताह में आयोजित की जाएगी। बोर्ड ने सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए चयन से संबंधित अपडेट के लिए नियमित तौर पर बोर्ड की वेबसाइट विजिट करने की अपील की है।
आपत्तियों का समुचित निस्तारण कर जारी किया गया परिणाम
बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि चयन बोर्ड द्वारा परीक्षा की सभी 10 पालियों के प्रश्न पत्रों तथा उत्तर कुंजी को 11 सितंबर से 19 सितंबर तक बोर्ड की वेबसाइट https://uppbpb.gov.in/ पर प्रदर्शित करते हुये अभ्यर्थियों से आपत्तियों आमंत्रित की गईं। सभी स्रोतों से प्राप्त आपत्तियों पर गहन विचार किया गया तथा आवश्यकता अनुसार विषय विशेषज्ञों के पैनल से अभिमत भी प्राप्त किए गए। लिखित परीक्षा के बाद OMR आंसर शीट की स्कैनिंग की कार्यवाही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ संपन्न कराई गई। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में सुरक्षाकर्मी और सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे। 24 घंटे लाइव मॉनिटरिंग की गई। भर्ती की विज्ञप्ति में उल्लिखित प्रावधानों के अनुसार स्कैनिंग के बाद अभ्यर्थियों के प्राप्तांकों के प्रसमान्यीकरण की कार्यवाही की गई है।
कई नवाचारों की साक्षी रही परीक्षा
परीक्षाओं की शुचिता के लिए संकल्पित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने पुलिस भर्ती परीक्षा को निष्पक्ष, पारदर्शी और सकुशल संपन्न कराने के लिए हर संभव प्रबंध सुनिश्चित किये थे। तकनीक की मदद, गोपनीयता, और पुख्ता इंतजामों ने ऐसा व्यूह रचा, जिसने नकल माफिया और साल्वर गैंग के मंसूबों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की अहम भूमिका रही। इसके जरिये परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली को रोकने में लिए पुख्ता इंतजाम किये गये थे। इसके अलावा न केवल प्रश्न पत्रों की सुरक्षा को मजबूत किया गया, बल्कि उनकी गोपनीयता भी सुनिश्चित की गई। प्रश्नपत्रों को गोपनीय चिन्हों से सुरक्षित किया गया और मल्टी-लेयर पैकेजिंग की गई ताकि किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न हो सके। योगी सरकार के मजबूत सुरक्षा उपायों ने नकल माफियाओं के मंसूबों को विफल कर दिया और पुलिस भर्ती परीक्षा को एक सफल और निष्पक्ष आयोजन में तब्दील कर दिया। सीएम योगी की सीधी मॉनीटरिंग से देश की सबसे बड़ी परीक्षा में शुमार पुलिस भर्ती परीक्षा पूरे देश में एक मॉडल बन गयी। 48 लाख से अधिक युवाओं की सहभागिता वाली इस परीक्षा में कई नवाचार अपनाए गए। प्रयोग सफल रहे, परिणाम यह परीक्षा आज शुचितापूर्ण परीक्षाओं के आयोजन के लिए एक मॉडल बन कर उभरी है।
खास बातें इस प्रकार हैं:-
● आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिये 15 हजार प्रश्नों का एक विशाल प्रश्न बैंक तैयार कराया गया, जिसे परीक्षा के दौरान रैंडमाइजेशन किया गया। प्रश्नपत्रों में प्रश्नों को तीन कैटेगरी में बांटा गया था। इसमें प्रश्नों को कठिन, मध्यम और आसान श्रेणी में बांटा गया, जिसमें 30 प्रतिशत कठिन, 50 प्रतिशत मध्यम और 20 प्रतिशत आसान प्रश्न शामिल थे।