Edited By Ramkesh,Updated: 19 Jul, 2025 12:59 PM

इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दादरपुर गांव में धर्म छुपाकर कथा वाचने के आरोपी कथावाचक मुकुट सिंह यादव और संत सिंह की मुश्किलें बढ़ गई है। कोर्ट ने अग्रिम जमानत खारिज कर दी है और कथावाचकों के खिलाफ वारंट जारी कर दिया है।
इटावा ( अरवीन ): इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दादरपुर गांव में धर्म छुपाकर कथा वाचने के आरोपी कथावाचक मुकुट सिंह यादव और संत सिंह की मुश्किलें बढ़ गई है। कोर्ट ने अग्रिम जमानत खारिज कर दी है और कथावाचकों के खिलाफ वारंट जारी कर दिया है। ऐसे में पुलिस जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर सकती है। कोर्ट के आदेश पर अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर लिखा न्याय व्यवस्था न्याय के लिए होती है, अन्याय के लिए नहीं।
आप को बता दें कि कथावाचों पर आरोप है कि कथावाचक मुकुट सिंह यादव और संत सिंह ने धर्म छुपा कर कथा कह रहे थे और दो आधार कार्ड बनवाने के भी आरोप है। हालांकि कथावाचक मुकुट सिंह यादव और संत सिंह ने इसे लेकर जमानत की याचिका दाखिल की लेकर कोर्ट ने इसे खारिज कर दी है। वारंट जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि दादरपुर गांव में 22 जून को कथावाचकों के साथ हुई अमानवीकृत को लेकर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस घटना के बाद 26 जून को यादव संगठन ने सड़कों पर पत्थर का जमकर प्रदर्शन किया था। पुलिस ने लोगों को समझाया बुझाया उसके बाद भी कुछ लोगों ने बवाल किया। पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की। इस मामले में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जबकि कई अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। फिलहाल इस मामले में कोर्ट के आदेश पर एक बार फिर सियासत गरमा गई है।