Edited By Purnima Singh,Updated: 18 May, 2025 04:06 PM

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के मऊआइमा में गुरुवार रात प्रतापगढ़ से आई एक बारात बिना दुल्हन के ही वापस लौट गई। जब दूल्हे ने दुल्हन को देखकर शादी से इनकार किया तो मंडप में सात जन्मों का बंधन बनने से पहले ही टूट गया........
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के मऊआइमा में गुरुवार रात प्रतापगढ़ से आई एक बारात बिना दुल्हन के ही वापस लौट गई। जब दूल्हे ने दुल्हन को देखकर शादी से इनकार किया तो मंडप में सात जन्मों का बंधन बनने से पहले ही टूट गया। 15 मई 2025 को प्रतापगढ़ के एक गांव से बारात आई थी, वधू पक्ष ने परंपरागत तरीके से बारातियों का स्वागत किया। सभी रस्में हंसी-खुशी संपन्न हो रही थीं, लेकिन देर रात जब शादी की मुख्य रस्में शुरू होने वाली थीं तो मंडप में अचानक हंगामा हो गया। दूल्हे ने दुल्हन को देखते ही शादी से साफ तौर पर इनकार कर दिया।
घंटों समझाने के बाद भी टस से मस नहीं हुआ दूल्हा
दूल्हे के इस फैसले से दोनों पक्षों में हड़कंप मच गया। जब वधू पक्ष ने दूल्हे के परिवार से इस फैसले का कारण पूछा तो दूल्हा अपनी बात पर अड़ा रहा और कोई स्पष्ट वजह नहीं दे पाया। कुछ सूत्रों का कहना है कि दूल्हे को दुल्हन का रंग-रूप पसंद नहीं आया लेकिन यह बात आधिकारिक तौर पर स्पष्ट नहीं हुई। परिवार और रिश्तेदारों ने घंटों दूल्हे को समझाने का प्रयास किया। इतना ही नहीं वधू पक्ष ने सामाजिक इज्जत और रिश्ते की गरिमा का हवाला दिया लेकिन फिर भी दूल्हा टस से मस नहीं हुआ।
आखिरकार गांव के बुजुर्गों को पंचायत बुलानी पड़ी। जिसमें दोनों पक्षों के तर्क सुने गए लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। हारकर देर रात तक चली पंचायत के बाद वधू पक्ष ने बारात को वापस भेजने का फैसला किया।