जहरीली शराब कांड को लेकर विधानसभा की कार्यवाही बाधित

Edited By Ruby,Updated: 11 Feb, 2019 02:39 PM

the assembly proceedings against the poisonous liquor scandal

लखनऊः उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और कुशीनगर में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर सोमवार को विपक्ष ने एकजुटता का परिचय देते हुए विधानसभा का प्रश्नकाल बाधित किया। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी (सपा),बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और...

लखनऊः उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और कुशीनगर में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर सोमवार को विपक्ष ने एकजुटता का परिचय देते हुए विधानसभा का प्रश्नकाल बाधित किया। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी (सपा),बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस के सदस्यों ने सहारनपुर और कुशीनगर में जहरीली शराब से करीब 100 लोगों की हुई मौतों को लेकर जबरदस्त हंगामा किया। विपक्षी सदस्यों ने एक सुर में घटना की भत्र्सना करते हुए मामले की जांच सीबीआई के हवाले करने की मांग की।  

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित सदस्यों से बार बार शांत रहने का अनुरोध करते रहे जिसे अनसुना करते देख उन्होंने प्रश्नकाल को स्थगित कर दिया। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्षी सदस्य धरने पर बैठ गए। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने इस मामले में सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लिया है और दोषी लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा ‘‘ हम इस मसले में किसी भी कमी को बर्दाश्त नहीं करेंगे और घटना में दोषी किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में तनिक भी नहीं हिचकेंगे। ’’ 

उन्होंने कहा कि मामले की जांच विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) को सौंप कर सरकार ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। एसआईटी घटना की रिपोर्ट दस दिनों के भीतर सरकार को सौंपेगी। सहारनपुर और कुशीनगर में आधिकारिक रूप से 79 लोगों के मरने की पुष्टि की जा चुकी है जबकि विपक्ष का दावा है कि जहरीली शराब कांड में 100 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच के अलावा पीड़ित परिवार को 25 लाख रूपये की अनुग्रह राशि तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की। 

Related Story

Trending Topics

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!