Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 11 Jan, 2021 02:05 PM
कोरोना संकट से बचने के लिए शादी समारोह में कम से कम भीड़, धारा 144, कड़ी निगरानी सरकार द्वारा लागू रहा। हालांकि अब धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर दौड़ना शुरू कर दी...
पीलीभीतः कोरोना संकट से बचने के लिए शादी समारोह में कम से कम भीड़, धारा 144, कड़ी निगरानी सरकार द्वारा लागू रहा। हालांकि अब धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर दौड़ना शुरू कर दी है। ऐसे में उत्तर प्रदेश पीलीभीत में एक दूल्हे राजा ने गजब का काम किया है। जहां दूल्हे राजा दान-दहेज से तो दूर रहे ही इसके साथ ही 11 बारातियों के साथ अपनी शादी कर मुस्लिम समाज में एक नया मिसाल पेश किया है।
बता दें कि जिले में मुस्लिम धर्मगुरु व स्कॉलर मुफ्ती साजिद हसनी ने मुसलमानों के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। उन्होंने अपनी शादी के दौरान जहां दान दहेज छोड़कर सिर्फ 11 नेग के लिए वहीं 11 बारातियों के साथ अपनी शादी कर मुस्लिम समाज में एक नया अध्याय लिख डाला।
मुफ्ती साजिद हसनी का खानदान एक धार्मिक खानदान है। परिवार में पांच भाई और तीन बहन है। हसनी चौथे नंबर के हैं। इससे पहले के इनके तीनों भाइयों की शादी भी इसी तरह चुपचाप तरीके से हुई, जहां 11 लोगों ने ही शिरकत किया और 11 रुपए का नेग चढ़ाया गया था। वहीं मुफ्ती साजिद हसनी की शादी आजमगढ़ में तय हुई।
इस बाबत उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज में यह संदेश देना चाहते हैं कि समाजिक बुराइयों व भारी भरकम शादियों आदि से हटकर एक समान रूप से शादी करनी चाहिए। जिसका वह एक छोटा सा उदाहरण पेश कर हैं। उन्होंने कहा कि इस बुराई को दूर करने के लिए समाज में एक नया संदेश देने की कोशिश की है।