Edited By Anil Kapoor,Updated: 24 Aug, 2024 09:50 AM
UP Politics News: उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की शानदार जीत के बाद अब समाजवादी पार्टी की नजरें आने वाले हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों पर आ टिकी है। समाजवादी पार्टी (सपा) हरियाणा विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के तहत...
UP Politics News: (अश्वनी कुमार सिंह) उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की शानदार जीत के बाद अब समाजवादी पार्टी की नजरें आने वाले हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों पर आ टिकी है। समाजवादी पार्टी (सपा) हरियाणा विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के तहत सीटें लेने पर अडिग है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस नेतृत्व को यह बता दिया गया है कि अगर हरियाणा में ससमाजवादी पार्टी कमजोर है तो उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस की स्थिति ज्यादा ठीक नहीं है। उपचुनाव वाली जिन सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ने का दावा कर रही है, साल 2022 के चुनाव में वहां कांग्रेस की हालत बहुत बुरी रही थी।
सपा-कांग्रेस में मनमुटाव की स्थिति
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में कांग्रेस ने 3 से 5 सीटें मांगी हैं, तो समाजवादी पार्टी ने हरियाणा और महाराष्ट्र में दावा ठोका है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी का कहना है कि हरियाणा में 11 सीटें यादव बहुल और 7 सीटें मुस्लिम बहुल हैं, जिनमें से सपा 5 सीटें मांग रही है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की हरियाणा इकाई के नेता सपा को साझेदारी के तहत सीटें देने के लिए तैयार नजर नहीं आ रहे है।
साल 2022 में कांग्रेस की हालत थी बहुत खराब
समाजवादी पार्टी के सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में उपचुनाव वाली 8 सीटों पर साल 2022 में कांग्रेस की हालत खराब थी। पार्टी 6000 वोटों के अंदर ही सिमट गई थी। मीरापुर, कुंदरकी, खैर और फूलपुर में तो उसे 2000 वोट भी नहीं मिले थे। कांग्रेस के खाते में बस 10,000 मतों से ऊपर सिर्फ एक सीट गाजियाबाद में ही गई थी। ऐसे में अगर समाजवादी पार्टी का हरियाणा में दावा नहीं बनता है तो उस आधार पर उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में भी कांग्रेस को दावा करने का अधिकार नहीं है।