Edited By Ramkesh,Updated: 06 Apr, 2025 08:37 PM

जिले के गंगापार क्षेत्र में रामनवमी के दिन सालार मसूद गाजी की दरगाह पर भगवा झंडा फहराने और नारेबाजी करने का मामला सामने आया है। यह दरगाह प्रयागराज शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर सिकंदरा इलाके में स्थित है। जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को 20 से अधिक...
प्रयागराज: जिले के गंगापार क्षेत्र में रामनवमी के दिन सालार मसूद गाजी की दरगाह पर भगवा झंडा फहराने और नारेबाजी करने का मामला सामने आया है। यह दरगाह प्रयागराज शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर सिकंदरा इलाके में स्थित है। जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को 20 से अधिक युवक बाइक रैली के साथ दरगाह परिसर पहुंचे। इनमें से तीन युवक दीवारों के सहारे चढ़कर दरगाह की छत पर पहुंचे और वहां भगवा झंडा फहराया। इस दौरान ‘ॐ’ लिखे झंडे को लहराते हुए नारेबाजी की गई।
कार्यकर्ताओं की ओर से पूर्व में सौंपा गया था ज्ञापन
इस प्रदर्शन से पहले महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच के सदस्यों ने जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि दरगाह अवैध है और वह स्थल पहले एक प्राचीन हिन्दू मंदिर का स्थान था। कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस स्थान से मजार हटाई जाए और वहां फिर से शिव मंदिर और सती मंदिर की पुनर्स्थापना की जाए। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि महाराजा सुहेलदेव के नाम पर पार्क का निर्माण किया जाए।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना के बाद प्रशासन ने वीडियो फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है। डीसीपी कुलदीप गुनावत ने बताया कि वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान की जा रही है। हंगामे के वक्त पुलिस के पहुंचने से पहले युवक वहां से भाग निकले थे। मुख्य रूप से जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उनमें मनेंद्र प्रताप सिंह भी शामिल हैं, जिन्होंने खुद को भाजपा कार्यकर्ता और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का पूर्व छात्र नेता बताया है। वह करणी सेना से भी जुड़े रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि किसी भी धार्मिक स्थल पर कानून-व्यवस्था को भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मामले में जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।