Edited By Anil Kapoor,Updated: 02 Dec, 2024 02:43 PM
Lucknow News: सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी और 1 लाख रुपए के इनामी मंगेश यादव के एनकाउंटर के 2 महीने बाद उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में मंगेश को दो गोलियां लगने की पुष्टि की गई है और शरीर पर कुल 5 चोटों का भी जिक्र है।...
Lucknow News: सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी और 1 लाख रुपए के इनामी मंगेश यादव के एनकाउंटर के 2 महीने बाद उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में मंगेश को दो गोलियां लगने की पुष्टि की गई है और शरीर पर कुल 5 चोटों का भी जिक्र है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मंगेश यादव के बाएं माथे के ऊपर एक गोली लगी थी, जो सिर के पीछे से दाहिनी तरफ निकल गई। वहीं, दूसरी गोली बाएं हाथ की कोहनी से 5 सेंटीमीटर ऊपर लगी थी। इसके अलावा, उसके शरीर के बाईं छाती में भी गोली के छूकर निकलने के निशान पाए गए। रिपोर्ट में 3 एग्जिट वाउंड (गोली के बाहर निकलने के घाव) का उल्लेख किया गया है।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि मंगेश यादव का एनकाउंटर 5 सितंबर को सुल्तानपुर देहात कोतवाली क्षेत्र में यूपी एसटीएफ द्वारा किया गया था। सुबह 3:15 बजे हुए इस एनकाउंटर के बाद मंगेश को तुरंत इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन महज 5 मिनट बाद यानी 3:20 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस एनकाउंटर को लेकर पुलिस और यूपी एसटीएफ पर कई सवाल उठाए गए थे। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि मंगेश यादव का एनकाउंटर संदिग्ध था और इसकी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।
डकैती कांड के बाद हुई थी गिरफ्तारी
28 अगस्त को सुल्तानपुर जिले के चौक बाजार स्थित भारत ज्वैलर्स पर दिनदहाड़े डकैती की वारदात हुई थी। इस डकैती में बदमाशों ने करोड़ों रुपए के गहनों को लूट लिया था, जिससे कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच करके डकैतों की पहचान की और उनकी धरपकड़ शुरू की। इस दौरान, पुलिस ने 2 आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया और दर्जन भर से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मंगेश यादव भी इन आरोपियों में शामिल था और उसके ऊपर 1 लाख रुपए का इनाम था।
मंगेश यादव को मारी गईं थीं 2 गोलियां: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के जरिए अब यह स्पष्ट हो गया है कि मंगेश यादव को दो गोलियां मारी गईं थीं, और उसकी मौत गोली लगने के कारण हुई। हालांकि, एनकाउंटर पर उठ रहे सवालों के बीच यह रिपोर्ट इस मामले के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को सामने लाती है, जिनकी निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है।