Edited By Ramkesh,Updated: 24 Sep, 2023 12:54 PM

Crime News
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में छात्रा निष्ठा त्रिपाठी की हत्या मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, असलहा ठिकाने लगाने वाले आरोपित आदित्य शुक्ल को पुलिस ने देवरिया से शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया आदित्य शुक्ल अपने आप को...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में छात्रा निष्ठा त्रिपाठी की हत्या मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, असलहा ठिकाने लगाने वाले आरोपित आदित्य शुक्ल को पुलिस ने देवरिया से शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया आदित्य शुक्ल अपने आप को निदोष बता रहा है। पकड़े गए आरोपी आदित्य शुक्ल ने बताया कि घटना के समय वह और मोनू दूसरे कमरे में थे।

आदित्य देव पाठक ने गोली मार कर निष्ठा की हत्या की थी। जब उसे लगा कि उसकी मौत हो गई तो उसने आत्महत्या का रुप दिखाने की कोशिश की। उसके बाद वह मोनू और अभिषेक के साथ निष्ठा को लेकर लोहिया अस्पताल चले गए थे। वहीं, उसे तमंचा दिया और कहा इसके जाकर कहीं फेंक देना। इस पर उसने तमंचा एक नीले रंग के बैग में रखा और फिर उसे जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर छह के पास छुपाकर भाग निकला था। उन्होंने बताया कि तमंचा ठिकाने लगाने के बाद उसने आदित्य देव पाठक को फोन कर जानकारी दी और फिर भाग गया था। निष्ठा मूल रूप से हरदोई जनपद में कोतवाली रोड की रहने वाली थीं। यहां बीबीडी विश्वविद्यालय से बीकाम आनर्स की पढ़ाई कर रही थी।

बता दें कि लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र में एक युवक ने छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना को लेकर अपर पुलिस उपायुक्त (पूर्व) सैयद अली अब्बास ने बताया, ‘‘हमें निष्ठा त्रिपाठी (23) नाम की छात्रा के बारे में जानकारी मिली है, जिसे बृहस्पतिवार तड़के अस्पताल में मृत पाया गया था।'' छात्रा मूल रूप से हरदोई की रहने वाली थी और यहां अयोध्या रोड पर स्थित एक निजी विश्वविद्यालय में स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा थी। अब्बास ने बताया, ‘‘प्रारंभिक जांच के बाद हमने बृहस्पतिवार को आदित्य देव पाठक नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और घटना में इस्तेमाल की गई एक देशी पिस्तौल बरामद कर ली है।'' मूल रूप से बलिया का निवासी पाठक खुद को ठेकेदार बताता है। वह चिनहट थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रहता है। छात्रा एक सोशल मीडिया मंच के माध्यम से पाठक के संपर्क में आयी थी।
अधिकारी ने कहा ‘‘निष्ठा बुधवार रात को पाठक के किराए के अपार्टमेंट में गई थी। उनके बीच कुछ बहस हुई जिसके बाद युवक ने उसे गोली मार दी।'' बाद में पाठक निष्ठा को अस्पताल ले गया और वहां से भाग गया। अस्पताल के कर्मचारियों को जब पता चला कि गोली लगने से उसकी मौत हो गई है तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया गया। इस संबंध में चिनहट थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की एक टीम अब अखंड प्रताप सिंह और अभिषेक की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि अभिषेक घटना के समय उसी घर में मौजूद था। वहीं, अखंड प्रताप सिंह ने आदित्य देव पाठक को असलहा दिया था। इस असलहे से बीती 11 फरवरी को उसके साथी आसिफ ने चिनहट में अनिमेष पर हमला किया था। वहीं, एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि इसके अलावा घर पर अकसर दारू पार्टी करने वाले करीब आधा दर्जन लोग पुलिस की रडार पर हैं। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।