Edited By Mamta Yadav,Updated: 18 Apr, 2025 03:03 AM

उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने की दिशा में योगी सरकार ने एक और शानदार कदम उठाया है। अब योगी सरकार प्रदेश के 2 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देगी। इन्हें फायर सेफ्टी ऑफिसर के पद पर तैनात किया जाएगा। इससे यूपी देश का पहला ऐसा राज्य बनेगा, जहां...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने की दिशा में योगी सरकार ने एक और शानदार कदम उठाया है। अब योगी सरकार प्रदेश के 2 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देगी। इन्हें फायर सेफ्टी ऑफिसर के पद पर तैनात किया जाएगा। इससे यूपी देश का पहला ऐसा राज्य बनेगा, जहां युवाओं को प्रशिक्षण देकर अग्नि सुरक्षा अधिकारियों और अग्नि सुरक्षा कर्मियों के पद पर नौकरी के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
जानिए, कहां मिलेगी तैनाती
मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर विभाग ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। अग्निशमन विभाग की एडीजी पद्मजा चौहान ने बताया कि प्रदेश के निजी भवनों में सिक्योरिटी गार्ड की तरह अनिवार्य तौर पर अग्नि सुरक्षा अधिकारी और कर्मी तैनात किए जाएंगे। इन युवाओं को प्रशिक्षण के बाद प्रदेश के बड़े स्कूलों, व्यावसायिक भवनों, मॉल और हॉस्पिटलों में तैनात किया जाएगा। इसके लिए योग्यता मानक भी तय कर लिए गए हैं।
चार सप्ताह तक दी जाएगी ट्रेनिंग
प्रदेश में फायर सेफ्टी अफसर बनने के इच्छुक युवाओं को एक से चार सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसका उन्हें सर्टीफिकेट भी मिलेगा। इसके बाद मॉल, मल्टीप्लेक्स, 100 या उससे अधिक क्षमता वाले अस्पतालों, 24 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले गैर आवासीय भवनों, तथा 45 मीटर से ऊंचे वाले आवासीय भवनों में तैनात किया जाएगा। इसके अलावा 10 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल वाले व्यावसायिक भवनों में भी इनकी तैनात की जाएगी।
फायर सेफ्टी अफसर बनने के लिए तय किए गए मानक
बता दें कि फायर सेफ्टी अफसर बनने के लिए जो मानक तय किए गए हैं, उनके हिसाब से इस पद के लिए वही योग्य होंगे जो अपनी आयु 18 वर्ष पूरी कर चुके हैं। इसी प्रकार अग्नि सुरक्षाकर्मी के लिए वे महिला-पुरुष पात्र होंगे जो दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। उन्हें चार सप्ताह का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इसके बाद उन्हें अग्नि सचेतक, फायर वालंटियर के तौर पर लगातार 2 साल तक काम करना होगा। इसके बाद उन्हें अग्नि सुरक्षाकर्मी के तौर पर तैनाती दे दी जाएगी।