Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 04 Mar, 2021 10:19 AM
देश की सीमा पर सुरक्षा के लिए तैनात वीर जवानों की शहादत की खबर जब देश को पता चलता है तो मानो वीरों की धरती रो देती है। पोखरण में युद्धाभ्यास के दौरान उत्तर प्रदेश
आगराः देश की सीमा पर सुरक्षा के लिए तैनात वीर जवानों की शहादत की खबर जब देश को पता चलता है तो मानो वीरों की धरती रो देती है। पोखरण में युद्धाभ्यास के दौरान उत्तर प्रदेश आगरा का लाल सतीश कुमार चाहर शहीद हो गए। ये खबर पता चलते ही उनके गांव में मातम पसर गया।
गुजरात के भुज में थी तैनाती
बता दें कि गुजरात के भुज में जवान सतीश कुमार चाहर की तैनाती थी। पोखरण में युद्धाभ्यास के दौरान तोप की बैरल फटने से वह शहीद हो गए। सूचना मिलते ही गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। सतीश का पार्थिव शरीर आज गुरुवार को गांव पहुंच सकता है।
चार भाइयों में थे सबसे छोटे
आगे बता दें कि सतीश चाहर के पिता का नाम छत्रपाल चाहर है। अगस्त 2010 में उनकी बीएसएफ में भर्ती हुए थी। परिजनों ने बताया कि सतीश की वर्तमान में तैनाती गुजरात के भुज में थी। अपनी बटालियन के साथ वह युद्धाभ्यास के लिए पोखरण, जैसलमेर आए थे। पिता छत्रपाल सिंह ने बताया है कि मंगलवार रात लगभग 10 बजे उनके पास सूचना आई। बताया गया कि युद्धाभ्यास के दौरान फील्ड फायरिंग रेंज में अचानक बैरल फट गया। हादसे में सतीश कुमार चाहर सहित तीन जवान शहीद हुए हैं। साथ में मौजूद दो बीएसएफ जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
8 वर्ष की मासूम बेटी का रो-रोकर बूरा हाल
परिजनों ने बताया है कि सतीश चाहर की शादी लगभग 9 वर्ष पहले मथुरा की सोनिया के साथ हुई थी। सतीश की आठ वर्ष की मासूम बेटी है। चार भाइयों में सतीश चाहर सबसे बड़े थे। छोटे भाई सोनवीर सिंह पिता के साथ खेती संभालते हैं। वहीं तीसरा भाई गुरुदेव सिंह उर्फ गुड्डा इस समय इंडियन एयरफोर्स में देश सेवा कर रहे हैं। सभी भाइयों में शुरू से ही देश सेवा का जज्बा है। सबसे छोटा भाई संदीप सेना में जाने की तैयारी कर रहा है।पिता छत्रपाल सिंह का कहना है कि वह अपने छोटे बेटे को भी देश सेवा के लिए भेजेंगे। अगर मौका मिला तो उनका छोटा बेटा भी देश की सेवा करेगा।