Edited By Mamta Yadav,Updated: 12 Aug, 2025 06:03 PM

उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान मंगलवार को सदन में उस वक्त गर्मा-गर्मी का माहौल बन गया जब जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और समाजवादी पार्टी के विधायक मोहम्मद फहीम इरफान आमने-सामने आ गए। मामला जल-जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान मंगलवार को सदन में उस वक्त गर्मा-गर्मी का माहौल बन गया जब जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और समाजवादी पार्टी के विधायक मोहम्मद फहीम इरफान आमने-सामने आ गए। मामला जल-जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में अधूरे काम और जल आपूर्ति को लेकर उठा। सपा विधायक फहीम इरफान ने आरोप लगाया कि मिशन के तहत गांवों में काम आधे-अधूरे हैं, कई जगह टंकियां गिर चुकी हैं और अधिकांश गांवों में अब भी पानी नहीं पहुंचा है। उन्होंने मंत्री के लिखित जवाब को "झूठा" बताया।
"बीवी की कसम खाओ" – मंत्री का तीखा पलटवार
सपा विधायक की बातों से आहत मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने खड़े होकर पलटवार करते हुए कहा, "अगर आपको इतना विश्वास है कि गांवों में पानी नहीं पहुंचा है तो खाइए अपनी बीवी की कसम।" इस बयान से सदन में हलचल मच गई। फहीम इरफान ने पलटकर कहा कि वो अपने दावे पर अडिग हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले का निरीक्षण किया जा सकता है, कहीं भी गांवों में पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, "अगर मेरा दावा झूठा निकले तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।"
जमकर हुई बयानबाज़ी, विपक्ष ने किया विरोध
सदन में इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी के अन्य विधायकों ने भी नाराज़गी जताई और इसे व्यक्तिगत टिप्पणी बताते हुए असंसदीय करार दिया। विपक्ष ने मंत्री से माफी मांगने की मांग की। वहीं सत्ता पक्ष ने कहा कि यह टिप्पणी तीखे आरोपों के जवाब में आई।