Edited By Ramkesh,Updated: 07 Aug, 2025 08:25 PM

शादी के नाम पर ठगी और धोखाधड़ी का एक सनसनीखेज मामला कौशांबी जिले से सामने आया है, जिसने स्थानीय पुलिस को भी चौंका दिया है। यहां एक युवक को मनचाही दुल्हन दिलाने का झांसा देकर ठगी का ऐसा खेल रचा गया, जिसमें दुल्हन से लेकर बिचौलियों तक एक पूरा संगठित...
कौशांबी: शादी के नाम पर ठगी और धोखाधड़ी का एक सनसनीखेज मामला कौशांबी जिले से सामने आया है, जिसने स्थानीय पुलिस को भी चौंका दिया है। यहां एक युवक को मनचाही दुल्हन दिलाने का झांसा देकर ठगी का ऐसा खेल रचा गया, जिसमें दुल्हन से लेकर बिचौलियों तक एक पूरा संगठित गिरोह शामिल था।
3 लाख रुपये में तय हुई थी शादी
पीड़ित युवक भरत ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी नहीं हो पा रही थी। इस बीच उसके पिता के परिचित नंदकिशोर सोनी ने भरोसा दिलाया कि वह एक अच्छी लड़की से विवाह करवा देंगे। इसके बाद बिहार निवासी 23 वर्षीय सुमन पांडेय से रिश्ता तय हुआ। शादी के लिए भरत से नकद व ऑनलाइन मिलाकर कुल 3 लाख रुपये वसूले गए और आर्य समाज मंदिर में विवाह संपन्न कराया गया।
सुहागरात के दिन टूटा भरत का सपना
शादी के दो दिन बाद जब भरत अपनी नवविवाहिता सुमन के साथ अकेले में मिला, तो उसे दुल्हन के अतीत का पता चला। दोनों के बीच बहस हुई, जिसके बाद सुमन ने उसे कमरे में बंद किया और बालकनी से साड़ी के सहारे रस्सी बनाकर नीचे कूदने की कोशिश की। नीचे संदीप और रवि नामक उसके साथी उसे लेने के लिए मौजूद थे।हालांकि कूदने के दौरान सुमन के दोनों पैर टूट गए और वह भाग नहीं सकी। भरत के परिजन शोर सुनकर मौके पर पहुंचे और सुमन को पकड़ लिया, जबकि उसके साथी मौके से फरार हो गए।
अस्पताल में भी छिपाई सच्चाई, जांच में निकली पहले से शादीशुदा
गंभीर रूप से घायल सुमन को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां भी वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करती रही। जांच में सामने आया कि सुमन पहले से शादीशुदा है और आर्य समाज विवाह के समय उसने झूठे दस्तावेजों के माध्यम से खुद को अविवाहित बताया था। पुलिस पूछताछ में सुमन ने पूरे ठगी गिरोह की जानकारी दी, जिसमें कौशांबी निवासी संदीप शर्मा, बिहार के रवि व रूबी देवी, और राजस्थान के नंदकिशोर सोनी व जितेंद्र सोनी शामिल हैं।
गिरोह का तरीका: शादी का झांसा, फिर ठगी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह संगठित गिरोह ऐसे अविवाहित युवकों को निशाना बनाकर शादी का झांसा देता था। मोटी रकम वसूलने के बाद नकली विवाह कराकर महिला को मौके से फरार करवा दिया जाता था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है।