Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 25 May, 2020 08:19 PM
जब भक्त अपने ईश्वर की भक्ति में डूबा रहता है तो वह कभी मीरा तो कभी सूरदास बन जाते हैं। उसके विश्वास की कोई सीमा नहीं होती। उत्तर प्रदेश वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी में अटूट आस्था रखने वाले दिल्ली के उद्योगपति चांद सहगल ने भी ठाकुरजी को अपने...
वृंदावनः जब भक्त अपने ईश्वर की भक्ति में डूबा रहता है तो वह कभी मीरा तो कभी सूरदास बन जाते हैं। उसके विश्वास की कोई सीमा नहीं होती। उत्तर प्रदेश वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी में अटूट आस्था रखने वाले दिल्ली के उद्योगपति चांद सहगल ने भी ठाकुरजी को अपने कारोबार में पार्टनर बना रखा है। उसने ठाकुरजी के हिस्से के लाभ की रकम का 2.30 करोड़ का चेक मंदिर प्रबंधन को सौंपा है।
बता दें कि कार के पार्ट्स बनाने का कारोबार करने वाले मदरसन सूमी लिमिटेड कंपनी के मालिक सहगल ने अपने आराध्य को कारोबार में पार्टनर बना रखा है। वे हर साल वित्तीय वर्ष की समाप्ति के साथ ही अप्रैल में ठाकुर जी का हिस्सा उन्हें भेंट करने आते हैं। इस बार कोरोना संक्रमण के कारण लागू लॉकडाउन में भी वे अपने आराध्य ठाकुर बांकेबिहारी को नहीं भूले। रविवार को वृंदावन पहुंचे चांद सहगल लॉकडाउन के कारण ठाकुरजी के दर्शन तो नहीं कर पाए, लेकिन देहरी पर माथा जरूर टेका।
उद्योगपति ने ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक प्रशासन मुनीश शर्मा को 2.30 करोड़ का चैक सौंपा। प्रत्येक वर्ष अप्रैल में ही यह चैक सौंपने उद्योगपति आते थे, पर लॉकडाउन के कारण अबकी बार एक महीने से देरी से यह चैक सौंपा गया। सहगल ठाकुर बांकेबिहारी की यह सेवा पिछले 15 साल से लगातार करते चले आ रहे हैं। बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक प्रशासन मुनीश शर्मा ने बताया कि उद्योगपति यह चैक प्रत्येक साल देने आते हैं, वहीं प्रत्येक माह दर्शन भी करते हैं। वहीं वृंदावन के कात्यायनी शक्ति पीठ को 22 लाख का चैक चांद सहगल की ओर से प्रदान किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बरसाना के लाड़लीजी मंदिर में भी 21 लाख रुपये का चेक कमेटी में व 2 लाख सेवायत व ब्राह्मणों को दान किए हैं।