Edited By Ramkesh,Updated: 25 Jul, 2025 01:29 PM

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक महिला ने अपने और ससुर पर गंभीर आरोप लगाए है। महिला का आरोप है कि उसका पति नपुंसक है शारीरिक संबंध नहीं बना पता है, उसका ससुर जबर संबंध बनाने का दबाव बनाता है। जब महिला...
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक महिला ने अपने और ससुर पर गंभीर आरोप लगाए है। महिला का आरोप है कि उसका पति नपुंसक है शारीरिक संबंध नहीं बना पता है, उसका ससुर जबर संबंध बनाने का दबाव बनाता है। जब महिला ने इस बात की लोगों को जानकारी देना चाहा तो ससुरालियों ने उसके साथ मारपीट की। पीड़िता ने दहेज प्रताड़ना, छेड़खानी और शारीरिक शोषण का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या है मामला
पीड़िता ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उसकी शादी 18 जनवरी 2025 को खोराबार क्षेत्र के एक युवक से हुई थी, जो बंगलुरु में इंजीनियर हैं। महिला का आरोप है कि शादी के बाद उसे पता चला कि उसका पति शारीरिक रूप से अक्षम है। ससुराल पहुंचने के एक सप्ताह बाद से ही उस पर बंगलुरु में फ्लैट खरीदने के लिए एक करोड़ रुपये की मांग शुरू हो गई।
पंचायत के माध्यम से मामले को सुलझाने की हुई कोशिश
महिला का आरोप है कि रुपये न देने पर उसे मारा-पीटा गया और कई बार पंचायत के माध्यम से मामले को सुलझाने की कोशिश भी हुई। उसने दावा किया कि एक दिन जब वह घर में अकेली थी, तो ससुर ने उसके कमरे में घुसकर जबरदस्ती की और शारीरिक शोषण किया।
ससुर का पलटवार
वहीं दूसरी ओर, ससुर ने भी बहू और उसके मायके पक्ष के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि बहू झूठे आरोप लगाकर परिवार को बदनाम कर रही है और बेटे को नपुंसक बताकर सामाजिक रूप से अपमानित कर रही है। उन्होंने कहा कि बहू लगातार पैसों की मांग करती है और ना देने पर दहेज उत्पीड़न और बेटे की हत्या की धमकी देती है। ससुर ने यह भी आरोप लगाया कि 20 जुलाई को बहू अपने मायके वालों के साथ घर आई और दरवाजा तोड़कर जबरन अंदर घुस गई। उन्होंने यह भी कहा कि बहू की मां ने उनकी पत्नी को जान से मारने की धमकी दी थी।
पुलिस की कार्रवाई
खोराबार थाना प्रभारी इत्यानंद पांडेय ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस ने गुरुवार को कुछ पक्षों से पूछताछ भी की है। मामला संवेदनशील है और निष्पक्ष जांच की बात कही जा रही है।