Edited By Ruby,Updated: 02 Aug, 2019 12:02 PM
लखनऊ: देशभर में हुई फजीहत के बाद बीजेपी से निकाले गए गैंगरेप आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर पर प्रशासन अभी भी मेहरबान है। ताजा जानकारी के मुताबिक सेंगर के पास अभी भी तीन शस्त्रों का लाइसेंस बरकरार है। जिसमें एक सिंगल बैरल बंदूक, एक रायफल और एक रिवाल्व,..
लखनऊ: देशभर में हुई फजीहत के बाद बीजेपी से निकाले गए गैंगरेप आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर पर प्रशासन अभी भी मेहरबान है। ताजा जानकारी के मुताबिक सेंगर के पास अभी भी तीन शस्त्रों का लाइसेंस बरकरार है। जिसमें एक सिंगल बैरल बंदूक, एक रायफल और एक रिवाल्वर है।
बता दें कि 13 अप्रैल 2018 को ही सीबीआई ने विधायक को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद विधायक के सभी शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई हुई थी लेकिन आरोपी विधायक के रसूख के चलते जिला प्रशासन ने फ़ाइल को दबा दिया। 15 माह बाद भी लाइसेंस निरस्त क्यों नहीं किये गए इस पर डीएम कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ प्रशासन की एक और लापरवाही देखने को मिली। जान को खतरा के चलते पीड़िता व उसके वकील ने शस्त्र लाइसेंस देने की अपील की थी लेकिन डीएम ने इस मामले में कोई भी रुचि नहीं दिखाई। प्रशासन के इस रवैए से साफ दिख रहा है कि कहीं न कहीं डीएस विधायक के रसूख के आगे नतमस्तक हो चुके हैं।