Edited By Umakant yadav,Updated: 18 May, 2020 03:00 PM
देश भर में फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच वाराणसी में कोरोना से चौथी मौत हो गई। शिवाला निवासी...
वाराणसी: देश भर में फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच वाराणसी में कोरोना से चौथी मौत हो गई। शिवाला निवासी बीएचयू के पूर्व चिकित्सक एसके दीक्षित ने सोमवार को अपनी आखिरी सांस ली। इसके साथ ही रविवार रात तक मिली रिपोर्ट के अनुसार जिले में संक्रमितों की संख्या 96 हो गई थी।
बता दें कि आनंदमई अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे 82 वर्षीय डाक्टर दीक्षित को शुक्रवार को बीएचयू में भर्ती कराया गया था। इससे पहले बनारस में गंगापुर के व्यवसायी, लल्लापुरा की होटल कारोबारी महिला और नरिया के पूर्व एडीएम की कोरोना से मौत हो चुकी है। हालांकि मरने वाले सभी मरीजों को कोरोना के साथ अन्य भी कई बीमारियां थीं।
आनंदमई अस्पताल के डाक्टर शिवाला के पोस्ट आफिस के सामने वाली गली में रहते थे। बीएचयू में आयुर्वेद डिपार्टमेंट में एचओडी रह चुके थे। अभी भदैनी स्थित आनंदमई अस्पताल में काम करते थे। तीन साल पहले उनकी शुभम अस्पताल में बाईपास सर्जरी हुई थी। 11 मई की रात में अचनाक हार्ट में दर्द के बाद उजाला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में 12 मई को सैंपल लिया गया था।
इसके बाद शुक्रवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही आनंदमई अस्पताल और उनके मुहल्ले में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। डाक्टर को बीएचयू में शिफ्ट कर दिया गया। वाराणसी में अब तक 65 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। जिलें में अभी भी 27 एक्टिव केस हैं।