Edited By Deepika Rajput,Updated: 13 Nov, 2019 10:45 AM
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने का फैसला मोदी सरकार के दबाव में लिया गया है। कांग्रेस नेता कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने शिवसेना को तीसरे बड़े दल के तौर पर सरकार के...
लखनऊः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने का फैसला मोदी सरकार के दबाव में लिया गया है।
कांग्रेस नेता कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने शिवसेना को तीसरे बड़े दल के तौर पर सरकार के गठन के लिए समय सीमा निर्धारित की थी, लेकिन राज्यपाल ने समयावधि समाप्त होने से पहले ही अचानक राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी जिसे लोकतंत्र के लिहाज से उचित नहीं कहा जा सकता। इस फैसले से लगता है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के दबाव में गवर्नर ने यह अनुचित फैसला लिया। उन्होंने आशंका जताई कि राष्ट्रपति शासन की आड़ में बीजेपी अब विधायकों की खरीद फरोख्त कर सकती है।
शिवसेना को कांग्रेस का समर्थन नहीं देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दोनों दलों में वैचारिक मतभेदों के चलते अभी यह ठीक नहीं होता। हालांकि ताजा घटनाक्रम से प्रतीत होता है कि शिवसेना बदलाव की ओर अग्रसर है।