चैत्र नवरात्रि पर मां मंगला देवी मंदिर में उमड़ता है भक्तों का जनसैलाब, 40 दिन दर्शन करने से पूर्ण होती है सभी मनोकामनाएं

Edited By Pooja Gill,Updated: 24 Mar, 2023 09:40 AM

devotees throng maa mangala devi

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फर्रुखाबाद में महाभारत कालीन गुरुगांव देवी मंदिर में नवरात्रो में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। मान्यता है कि पांडवों के अज्ञातवास के दौरान गुरु द्रोणाचार्य ने इस इलाके में प्रवास कर मैया की प्रतिमा स्थापित...

फर्रुखाबाद (दिलीप कुमार): उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फर्रुखाबाद में महाभारत कालीन गुरुगांव देवी मंदिर में नवरात्रो में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। मान्यता है कि पांडवों के अज्ञातवास के दौरान गुरु द्रोणाचार्य ने इस इलाके में प्रवास कर मैया की प्रतिमा स्थापित की थी। इसीलिए मैया की प्रतिमा का नाम गुरु ग्रामेश्वरी देवी पड़ा। यह प्रतिमा मंगलवार को स्थापित हुई थी, इसलिए यहाँ मैया को मंगला देवी भी कहते हैं। यह सिद्धपीठ है। ऐसा सच्चा दरबार है जहां मैया अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती है। गुरुगांव देवी मंदिर में दोनों नवरात्रों में विशाल मेला लगता है। मान्यता है की 40 दिन माता के दर्शन करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

PunjabKesari

बता दें कि, जिले की पश्चिमी सीमा पर स्थित गुरुगाँव देवी मंदिर जनपद का प्रतिष्ठित मंदिर है। मंदिर में मैया की प्रतिमा महाभारतकालीन है। इस  मंदिर के पुजारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि मंदिर महाभारत कालीन है। ऐसा बताया जाता है कि गुरु द्रोणाचार्य ने यहाँ माता की प्रतिमा स्थापित की थी। पुजारी ने बताया कि, जीर्णोद्धार के बाद मंदिर की महिमा और प्रतिष्ठा और बढ़ गयी है। मंदिर में मंगलवार के दिन विशेष कीर्तन और पूजन होता है। वासंतीय और शारदीय नवरात्र में मंदिर में भव्य मेला आयोजित होता है।

PunjabKesari

गुरु द्रोणाचार्य ने की थी मैया की मूर्ति स्थापित
भक्तों का कहना है कि, गुरु द्रोणाचार्य और द्रुपद में युद्ध हुआ, जिसमें द्रोणाचार्य ने द्रुपद को पराजित कर दिया। लेकिन बाद में दोनों में समझौता हो गया। जिसके चलते द्रोणाचार्य ने द्रुपद को दक्षिण पांचाल का राज्य दे दिया था। उसी समय गुरु द्रोणाचार्य ने यहाँ मैया की मूर्ति  स्थापित की थी। इसी मंदिर के पास काली मंदिर में भीम गदा भी स्थापित है। पांडवों द्वारा स्थापित पांडवेश्वर नाथ शिवालय भी इसी नगर में है।

PunjabKesari

मंदिर में आने के बाद जीवन में आया बदलाव-भक्त
भक्तों ने बताया कि, गुरु द्रोणाचार्य ने मैया की प्रतिमा स्थापित की थी। इसीलिए सिद्धपीठ का नाम गुरु ग्रामेश्वरी देवी पड़ा। भक्तों की गुरु ग्रामेश्वरी देवी में अटूट आस्था है। प्रतिमा मंगलवार को स्थापित किये जाने के कारण मैया को मंगला देवी भी कहा जाता है। हर मंगलवार को मंदिर में कीर्तन- भजन का विशेष कार्यक्रम होता है। नवरात्रों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। भक्तो ने बताया कि मैया की उनपर विशेष कृपा है, मैया ने उन्हें सब कुछ दिया है। भक्तों ने बताया कि मंदिर में आने के बाद उनके जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आया है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!