Edited By Ramkesh,Updated: 10 May, 2025 08:04 PM

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विकसित भारत का संकल्प, सद्गुरु संत रविदास जी की प्रेरणा से ही आगे बढ़ रहा है। शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने...
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विकसित भारत का संकल्प, सद्गुरु संत रविदास जी की प्रेरणा से ही आगे बढ़ रहा है। शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राचीन संत रविदास मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य और नवनिर्मित सत्संग भवन का लोकार्पण किया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने यहां सामूहिक सहभोज कार्यक्रम में शामिल होकर संतों के साथ प्रसाद भी ग्रहण किया। इससे पहले उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री का विकसित भारत का संकल्प, सद्गुरू संत रविदास जी की प्रेरणा से ही आगे बढ़ रहा है।”
संत रविदास मंदिर का सौंदर्यीकरण
योगी ने कहा, “संत रविदास ने कहा था, ''ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट बड़ा सब संग बसे, रैदास रहे प्रसन्न'', उनका यही दर्शन प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प का आधार है।” योगी ने कहा कि हमारा देश तभी विकसित भारत बनेगा, जब हम एकजुट होकर जातिगत और आर्थिक विषमताओं को दूर कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एक नयी अयोध्या का निर्माण हो रहा है और आज संत रविदास मंदिर के सौंदर्यीकरण और सत्संग भवन के लोकार्पण के साथ यह प्रक्रिया और सशक्त हुई है।
सामाजिक विसंगतियों के खिलाफ संत रविदास ने उठाई अवाज
उन्होंने इसके लिए महंत बनवारी पति ब्रह्मचारी जी महाराज को बधाई दी। योगी ने संत रविदास को मध्यकालीन संत परंपरा का सिद्ध संत बताते हुए कहा कि उन्होंने कर्मप्रधान व्यवस्था के माध्यम से सामाजिक चेतना को जागृत किया और सामाजिक विसंगतियों के खिलाफ मजबूती से आवाज उठाई। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काशी में सीर गोवर्धन को 10 वर्षों में भव्य स्वरूप दिया गया है और अयोध्या का कायाकल्प भी उसी दिशा में एक कदम है।
आजादी के बाद से अयोध्या की उपेक्षा की गई
उन्होंने अयोध्या में फोरलेन सड़कों, महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, माता शबरी के नाम पर अन्न क्षेत्र, निषाद राज के नाम पर यात्री विश्रामालय और राम की पैड़ी व सरयू घाट के सौंदर्यीकरण जैसे कार्यों का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से अयोध्या की उपेक्षा की गई, लेकिन अब सूर्यवंश की ये राजधानी देश की पहली सोलर सिटी के रूप में अपनी पहचान बना रही है। उन्होंने पासी समाज, कबीर मठ और रजक समाज के संतों को आश्वासन दिया कि सरकार सभी वर्गों को जोड़कर आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।
समस्याओं का समाधान संभव
योगी ने कहा कि जब हमारा संकल्प देश के प्रति कर्तव्यों से जुड़ेगा, तो सभी समस्याओं का समाधान संभव है। हमें 'नेशन फर्स्ट' की भावना के साथ देश को प्राथमिकता देनी होगी, तभी हम संत रविदास और भगवान राम के आदर्शों पर चलकर एक समृद्ध भारत का निर्माण कर सकेंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक और संत रविदास जी मंदिर के महंत बनवारी पति ब्रह्मचारी जी महाराज, चंपत राय, महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, योगी बालकनाथ जी महाराज, रामानुजदास जी महाराज, डॉ सुंदरलाल जी महाराज, छतरदास जी महाराज, स्वामीदास जी महाराज, स्वामी भारत भूषण जी महाराज, सुकृत साहब सहित सद्गुरू रविदास जी महाराज की भक्तिधारा से जुड़े अन्य संतजन एवं श्रद्धालुगण मौजूद रहे।