Edited By Purnima Singh,Updated: 01 Dec, 2025 12:44 PM

Indian Railway : भारतीय रेलवे (Indian Railway) लगातार यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए नए और महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में दक्षिण रेलवे (Southern Railway) ने शुक्रवार को एक बड़ी और महत्वपूर्ण घोषणा की है। जिससे लाखों गैर-वातानुकूलित...
Indian Railway : भारतीय रेलवे (Indian Railway) लगातार यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए नए और महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में दक्षिण रेलवे (Southern Railway) ने शुक्रवार को एक बड़ी और महत्वपूर्ण घोषणा की है। जिससे लाखों गैर-वातानुकूलित (Non-AC) स्लीपर कोच यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। स्लीपर कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों को नाममात्र शुल्क पर बेडशीट, तकिया और तकिए का कवर उपलब्ध कराया जाएगा। अभी तक यह सुविधा केवल एसी कोचों में ही थी, लेकिन अब लाखों नॉन-एसी यात्रियों को इस पहले से आराम मिलेगा। यह सुविधा विशेष रूप से मानसून और सर्दियों के दौरान लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए सफर को आरामदायक बनाएगी।
क्या रहेंगी कीमतें? (Indian Railway)
पूरा सेट (एक बेडशीट + तकिया + तकिए का कवर) → ₹50
केवल बेडशीट → ₹20
तकिया + तकिए का कवर → ₹30
कब और किन ट्रेनों में शुरू होगी सेवा?
1 जनवरी 2026 से यह सुविधा दी जाएगी और पहले चरण में दक्षिण रेलवे की 10 प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों में शुरू होगी।
चेन्नई-मेट्टुपालयम नीलगिरि सुपरफास्ट एक्सप्रेस
चेन्नई-मंगलुरु सुपरफास्ट एक्सप्रेस
चेन्नई इग्मोर-मन्नारगुडी एक्सप्रेस
चेन्नई इग्मोर-तिरुचेंदूर सुपरफास्ट एक्सप्रेस
चेन्नई-पालक्काड एक्सप्रेस
चेन्नई इग्मोर-शेंगोट्टाई सिलंबु सुपरफास्ट एक्सप्रेस
तांबरम-नागरकोइल सुपरफास्ट एक्सप्रेस
चेन्नई-तिरुवनंतपुरम सुपरफास्ट एक्सप्रेस
चेन्नई-आलेप्पी सुपरफास्ट एक्सप्रेस
चेन्नई इग्मोर-मंगलुरु एक्सप्रेस
पायलट प्रोजेक्ट को मिली शानदार प्रतिक्रिया
रेलवे की 2023-24 में शुरू की गई “न्यू इनोवेटिव नॉन-फेयर रेवेन्यू आइडियाज स्कीम” (NINFRIS) के तहत शुरू की गई यह सुविधा यात्रियों को इतनी पसंद आई कि अब इसे स्थायी रूप से लागू किया जा रहा है। बेडरॉल की खरीद, मशीनी धुलाई, पैकिंग, लोडिंग, वितरण और भंडारण का पूरा प्रबंधन अब ठेके पर किया जाएगा, जिससे स्वच्छता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी।
रेलवे को भी मिलेगा बड़ा लाभ
इस सेवा से चेन्नई डिवीजन को आने वाले तीन वर्षों में लगभग 28.27 लाख रुपये का अतिरिक्त राजस्व होने की उम्मीद है। यात्रियों की सुविधा बढ़ाने और रेलवे की आय में इजाफा करने वाली इस योजना की सोशल मीडिया पर भी खूब तारीफ हो रही है। कई यूजर्स इसे “छोटा कदम, बड़ा आराम” के रूप में सराह रहे हैं।