Edited By Ajay kumar,Updated: 29 Aug, 2019 12:00 PM
मिर्जापुर में ‘मिड डे मील’ में बच्चों को नमक-रोटी खिलाए जाने का मामला अभी पूरी तरह से थमा भी नहीं है एक और इसी तरह का मामला बलिया से सामने आया है।
बलिया: मिर्जापुर में ‘मिड डे मील’ में बच्चों को नमक-रोटी खिलाए जाने का मामला अभी पूरी तरह से थमा भी नहीं है एक और इसी तरह का मामला बलिया से सामने आया है। जहां मिड डे मील के दौरान छुआछूत की तस्वीर वायरल हुई है। बता दें कि यहां मिड डे मील (माध्यान्ह भोजन)को उच्च जाति के बच्चों द्वारा दलित बच्चों से अलग खाया जा रहा है। खास बात ये कि ये बच्चे खुद अपनी प्लेट लेकर घर से आते हैं।
मामला बलिया के रामपुर प्राथमिक विद्यालय का है। यहां तथाकथित उच्च जाति के कुछ बच्चे दलित बच्चों के दूर होकर खाना खाते हैं। इतना ही नहीं ये बच्चे खुद अपने घर से अपनी प्लेट लेकर आते हैं। जब एक छात्र से पूछा गया कि आप अलग खाना क्यों खाते हो तो उसने बताया कि ‘कोई भी स्कूलों में उपलब्ध प्लेटों में खाना खा सकता है, इसलिए हम घर से अलग प्लेटें लाते हैं।’
निचली जाति के छात्रों से दूर रहने की कोशिश करते हैं बच्चे: प्रधानाध्यापक
वहीं जब प्रधानाध्यापक पी गुप्ता से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि ‘हम छात्रों को एक साथ बैठने और खाने के लिए कहते हैं लेकिन जैसे ही हम जाते हैं, वे अलग-अलग तरीके से जाते हैं। हो सकता है कि उन्होंने इसे घर से सीखा हो। हमने यह सिखाने की बहुत कोशिश की है कि वे समान हैं लेकिन उच्च जाति के छात्र निचली जाति के छात्रों से दूर रहने की कोशिश करते हैं।’
मायावती ने की घटना की निंदा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने घटना की निंदा करते हुए कहा, ‘यूपी के बलिया जिले के सरकारी स्कूल में दलित छात्रों को अलग बैठाकर भोजन कराने की खबर अति-दु:खद व अति-निन्दनीय। बीएसपी की माँग है कि ऐसे घिनौने जातिवादी भेदभाव के दोषियों के खिलाफ राज्य सरकार तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि दूसरों को इससे सबक मिले व इसकी पुनरावृति न हो।’