Edited By Ramkesh,Updated: 08 Jul, 2025 06:44 PM

उत्तर प्रदेश – जनपद चित्रकूट से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी ही मौत का नाटक रचते हुए पत्नी के साथ मिलकर एक निर्दोष व्यक्ति को जिंदा जलाकर मार डाला। यह पूरी साजिश 2 करोड़ रुपये की बीमा...
चित्रकूट, ( वीरेंद्र शुक्ला): उत्तर प्रदेश – जनपद चित्रकूट से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी ही मौत का नाटक रचते हुए पत्नी के साथ मिलकर एक निर्दोष व्यक्ति को जिंदा जलाकर मार डाला। यह पूरी साजिश 2 करोड़ रुपये की बीमा राशि पाने के लिए रची गई थी।
जलती हुई कार से अधजला शव युवक को हुआ था बरामद
30 जून की सुबह थाना राजापुर क्षेत्र के ग्राम सिकरी अमान के पास एक जलती हुई कार से अधजला शव बरामद हुआ। कार (ऑल्टो K10, नंबर MP19 CB 3053) पूरी तरह जल चुकी थी। पुलिस को पहले यह हादसा प्रतीत हुआ, लेकिन आगे की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
पत्नी संग मिलकर आरोपी ने रची थी साजिश
पुलिस जांच में पाया गया कि मृत समझा गया व्यक्ति सुनील सिंह दरअसल जीवित है। उसने अपनी पत्नी हेमा सिंह के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया था। दोनों को 7 जुलाई की रात आनंदपुर रगौली के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
ऐसे खुली साजिश की परतें
पुलिस को सूचना मिली थी कि 30 जून की सुबह कार में एक अधजला शव मिला है। प्रारंभिक जांच में हेमा सिंह ने दावा किया कि शव उसके पति सुनील सिंह का है, जो 29 जून की रात सुल्तानपुर हार्वेस्टर चालक को लेने गया था और रास्ते में हादसे का शिकार हो गया।
भारी कर्ज में था आरोपी
हालांकि पुलिस को मामला शुरू से ही संदिग्ध लगा। सुनील की आखिरी कॉल रात 11:20 बजे हुई थी, जिसके बाद उसका फोन बंद हो गया। एसपी अरुण कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसओजी प्रभारी एमपी त्रिपाठी और थानाध्यक्ष प्रवीण सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आनंदपुर में छिपे सुनील को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपराध कबूलते हुए बताया कि उसने भारी कर्ज और सामाजिक दबाव से परेशान होकर बीमा राशि पाने के लिए यह योजना बनाई थी।
शराबी युवक को बनाया शिकार
सुनील ने बताया कि वह रीवा जिले में शराब ठेके पर विनय चौहान नामक एक शराबी से मिला था, जिसकी कद-काठी उससे मिलती-जुलती थी और जिसका कोई करीबी रिश्तेदार नहीं था। उसने विनय को अपने घर बुलाया, शराब पिलाई और थोड़े पैसे देकर कार में बैठाकर सुनसान जगह ले गया। कार में पहले से गैस सिलेंडर, हार्वेस्टर का टायर, बॉडी स्प्रे और कपूर रखा गया था।
डीएनए परीक्षण पहले षड्यंत्र का हुआ पर्दाफाश
सुनसान स्थान पर पहुंचकर सुनील ने विनय को बेहोश किया और कपूर डालकर उसे जिंदा जला दिया। इसके बाद वह फरार हो गया और उसकी पत्नी ने पुलिस को सुनील की मौत की सूचना दी। हालांकि पुलिस ने शव का डीएनए परीक्षण के लिए नमूना भेज दिया था, लेकिन इससे पहले ही साजिश का पर्दाफाश हो गया। पूछताछ में हेमा सिंह ने भी यह स्वीकार कर लिया कि वह अपने पति के इस खतरनाक षड्यंत्र में शामिल थी।