Edited By Ramkesh,Updated: 12 Jun, 2024 02:10 PM
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया है। अब करहल विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा। वहीं, विधायकी छोड़ने के साथ अखिलेश ने विधानसभा में...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया है। अब करहल विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा। वहीं, विधायकी छोड़ने के साथ अखिलेश ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। नेता प्रतिपक्ष को लेकर जल्द ही अखिलेश फैसला करेंगे। वहीं, फैाजबाद लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के नवनिर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। दअरसल, उन्होंने 2012 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में मिल्कीपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की थी।
सूत्रों के मुताबिक,अखिलेश यादव "पीडीए" फॉर्मूले के तहत तीन नामों पर दांव लगा सकते हैं, जिनमें शिवपाल यादव, इंद्रजीत सरोज और कमाल फारुखी का नाम शामिल है। शिवपाल यादव ओबीसी तो इंद्रजीत सरोज दलित बिरादरी से आते हैं जबकि कमाल फारुखी मुस्लिम हैं। फिलहाल अब देखना होगा कि अखिलेश किसके नाम पर मुहर लगाते है।
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इटावा: लोकसभा चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) का अगला मिशन 2027 में उत्तर प्रदेश को फतह करना है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को यहां कहा कि उनकी पार्टी का अब एकमात्र लक्ष्य उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सूपड़ा साफ कर सरकार बनाने का है। इसके लिए कार्यकर्ताओं को बगैर देरी किये मिशन 2027 की तैयारी में जुटने की जरुरत है।