Edited By Ramkesh,Updated: 01 Sep, 2024 05:13 PM
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी द्वारा विधान सभा उप चुनाव से पहले मुस्लिम बीएलओ हटाए जाने के आरोप पर दिया बड़ा बयान।उन्होंने कहा कि वह मुस्लिम वोट बैंक जुटाने के लिए इस प्रकार की बयान बाजी करते है। उन्होंने कहा कि...
मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी द्वारा विधान सभा उप चुनाव से पहले मुस्लिम बीएलओ हटाए जाने के आरोप पर दिया बड़ा बयान।उन्होंने कहा कि वह मुस्लिम वोट बैंक जुटाने के लिए इस प्रकार की बयान बाजी करते है। उन्होंने कहा कि कोई भी कर्मचारी हिन्दू मुस्लिम नहीं होता है वह सिर्फ कर्मचारी होता है। अखिलेश यादव को आंख की जांच करा लेनी चाहिए। यह बयान उन्होंने बृहद रोजगार एवं ऋण मेला में दिया।
दअरसल, मिर्ज़ापुर के सिटी ब्लाक के चन्दइपुर ग़ांव में बृहद रोजगार एवं ऋण मेला और टेबलेट वितरण कार्यक्रम में पहुंचे थे । उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर जम कर निशाना साधा। मझवा उप चुनाव से पहले मुस्लिम बीएलओ को हटाये जाने का जिला प्रशासन पर लागाये गये आरोप को निराधार बताया। समाजवादी वोट के लिए ऐसे बयान दे रही है। उन्होंने कहा कि जिले के निर्वाचन अधिकारी हैं उनको किसे कहा रखना किसे नहीं रखना है ये सब अधिकारियों का काम है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बयान बाजी से सपा की साइकिल में हवा नहीं भरने वाली है इस बार साइकिल हवा में उड़ने वाली है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी से सपा ने की थी शिकायत
विधानसभा उपचुनाव से पहले बीएलओ को बदलने पर समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है। कुंदरकी के बाद अब सीसामऊ विधानसभा में षड़यंत्र के तहत 98 मुस्लिम बीएलओ को हटाकर गैर मुस्लिम बीएलओ की तैनाती करने का आरोप समाजवादी पार्टी ने लगाया है।
10 विधानसभा सीटों पर होगा उपचुनाव
सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने हटाए गए बीएलओ के नामों की सूची के साथ इसकी शिकायत दर्ज करायी है। मामले की जांच करके दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है। गौरतलब है कि प्रदेश की जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाला है, उसमें कानपुर की सीसामऊ और मुरादाबाद की कुंदरकी भी शामिल है। दोनों ही सीटें वर्ष 2022 के विधानसभा के चुनाव में सपा ने जीती थीं। सीसामऊ सीट से विधायक चुने गए सपा के हाजी इरफान सोलंकी को सजा सुनाये जाने के बाद यह सीट रिक्त हो गई है।