Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 28 May, 2022 04:40 PM

यूपी के देवबंद में आज यानी 28 मई से जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दो दिन का जलसा आयोजित किया है, जिसमें शामिल होने के लिए अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधि पहुंचे हुए हैं। इसमें जमीयत के अध्यक्ष मौला...
सहारनपुर: यूपी के देवबंद में आज यानी 28 मई से जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दो दिन का जलसा आयोजित किया है, जिसमें शामिल होने के लिए अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधि पहुंचे हुए हैं। इसमें जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जो फैसला लेंगे, फिर उससे पीछे नहीं हटेंगे। हालांकि इस दौरान वो भावुक भी हो गए और उन्होंने कहा कि मुसलमानों का चलना तक मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि, हमें हमारे ही देश में अजनबी बना दिया गया है, लेकिन जो एक्शन प्लान वो लोग तैयार कर रहे हैं, उस पर हमें नहीं चलना है।

मौलाना मदनी ने कहा कि, जिस तरह की चीजें हो रही हैं उसके लिए मुस्लिमों को जेल भरने के लिए तैयार रहना चाहिए। मदनी ने कहा कि हम किसी एक्शन प्लान पर नहीं चलेंगे हालात मुश्किल हैं, लेकिन इस समय भी मायूसी की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम जुर्म सह लेंगे लेकिन देश पर आंच नहीं आने देंगे। हम हर चीज से समझौता कर सकते हैं, पर देश से नहीं इस बात को हर किसी को समझने की जरूरत है। तो ये फैसला कमजोरी की वजह से नहीं है, बल्कि जमीयत-उलमा की ताकत की वजह है। ये ताकत हमें कुरान ने दी है. हम हर चीज से समझौता कर सकते हैं, अपने ईमान से समझौता नहीं कर सकते हैं।

मीडिया से रूबरू होते मौलाना मदनी ने कहा कि मुल्क के हालात और उस पर सरकारों की खामोशी अफसोसनाक है। यह स्थिति बदलनी चाहिए। देश की चिंता करने वाले, फिक्र करने वाले लोग हैं, उन्हें इस स्थिति को संभालना होगा। मुल्क में जो बांटने वाला वातावरण है, उसे खत्म करना होगा। नफरत के खेल को बंद करना और करवाना होगा।

मौलाना ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो जमीयत जेल भरने के लिए भी तैयार है। साथ ही, उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद, ताजमहल और मथुरा मस्जिद विवाद पर कल चर्चा होगी।