Edited By Anil Kapoor,Updated: 04 Jun, 2025 11:26 AM

Meerut News: इस बार गर्मी की शुरुआत के साथ ही मधुमक्खियों के हमलों में तेजी देखी जा रही है। मेरठ समेत उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में मधुमक्खियों के झुंड लोगों पर हमला कर रहे हैं। हाल ही में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी (सीसीएसयू) कैंपस में मधुमक्खियों...
Meerut News: इस बार गर्मी की शुरुआत के साथ ही मधुमक्खियों के हमलों में तेजी देखी जा रही है। मेरठ समेत उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में मधुमक्खियों के झुंड लोगों पर हमला कर रहे हैं। हाल ही में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी (सीसीएसयू) कैंपस में मधुमक्खियों ने अचानक हमला कर दिया, जिससे हड़कंप मच गया।
क्या है हमलों की असली वजह?
भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान, मेरठ के कृषि वैज्ञानिक डॉ. चंद्रभानु के अनुसार, इस बार गर्मी अधिक है और फूलों की फसल भी कम हुई है। मधुमक्खियों का मुख्य भोजन फूलों का पराग (pollen) और मकरंद (nectar) होता है। जब उन्हें भरपेट भोजन नहीं मिलता, तो वे भूखी और गुस्से में आ जाती हैं। डॉ. चंद्रभानु ने कहा कि "जैसे इंसान भूख में चिड़चिड़ा हो जाता है, वैसे ही मधुमक्खियां भी भूख से आक्रामक हो जाती हैं।" इस बार मौसम भी उनके लिए अनुकूल नहीं रहा, जिससे उनकी बेचैनी और बढ़ गई है।
परफ्यूम और इत्र से क्यों भड़क जाती हैं मधुमक्खियां?
एक और बड़ी वजह है परफ्यूम या इत्र का इस्तेमाल। मधुमक्खियां इनकी खुशबू को फूलों की खुशबू समझती हैं और वहां भोजन की तलाश में पहुंचती हैं। लेकिन जब वहां कुछ नहीं मिलता, तो वे भड़क जाती हैं और हमला कर देती हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि सीसीएसयू में हुए हमले के पीछे यही वजह हो सकती है – किसी के इत्र लगाने के कारण मधुमक्खियों ने हमला किया हो।
गर्मी और पानी की कमी भी है जिम्मेदार
गर्मियों में मधुमक्खियों को पीने के लिए पानी भी कम मिलता है। जब मौसम उनके अनुकूल नहीं होता – जैसे बहुत अधिक गर्मी या सूखा – तब भी वे चिड़चिड़ी और हमलावर हो जाती हैं। कुछ मधुमक्खियों की प्रजातियां तो वैसे भी ज्यादा आक्रामक होती हैं।
क्या करें, क्या ना करें?
- मधुमक्खियों के छत्तों के पास न जाएं और उन्हें छेड़ें नहीं।
- बाहर जाते समय तेज परफ्यूम या इत्र न लगाएं, खासकर जब आसपास पेड़-पौधे या छत्ते हों।
- अगर मधुमक्खियों का झुंड दिखाई दे, तो तुरंत वहां से हट जाएं। उन्हें उकसाने की कोशिश न करें।
- बच्चों को समझाएं कि वे मधुमक्खियों से दूर रहें।