Edited By Anil Kapoor,Updated: 04 Jun, 2025 11:45 AM

Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा मंडल में रेलवे ने बिना किसी जरूरी कारण के ट्रेन की आपातकालीन चेन खींचने वाले 821 यात्रियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। रेलवे ने इन यात्रियों से कुल ₹39,330 का जुर्माना वसूला है। यह कार्रवाई रेलवे वाणिज्य विभाग और...
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा मंडल में रेलवे ने बिना किसी जरूरी कारण के ट्रेन की आपातकालीन चेन खींचने वाले 821 यात्रियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। रेलवे ने इन यात्रियों से कुल ₹39,330 का जुर्माना वसूला है। यह कार्रवाई रेलवे वाणिज्य विभाग और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) द्वारा चलाए गए विशेष जांच अभियान के तहत की गई।
कहां-कहां हुई कार्रवाई?
इस अभियान के दौरान अलग-अलग स्टेशनों पर दर्ज संख्या में यात्रियों पर जुर्माना लगाया गया। आगरा छावनी स्टेशन: 271 लोग, आगरा किला स्टेशन: 26 लोग, मथुरा जंक्शन: 438 लोग, धौलपुर स्टेशन: 25 लोग। इन सभी यात्रियों ने बिना किसी जरूरी कारण के ट्रेन की चेन खींची, जिससे ट्रेनें देर से चलीं और अन्य यात्रियों को परेशानी हुई।
खैनी लेने के लिए खींच दी चेन!
इस अभियान के दौरान एक मजेदार वाकया भी सामने आया। एक यात्री ने स्टेशन से ट्रेन छूटने के बाद चेन खींच दी। जब जीआरपी (GRP) ने उसे पकड़ा और कारण पूछा, तो उसने जवाब दिया – “सफर लंबा है, खैनी खत्म हो गई थी, लेने के लिए चेन खींची।” यह सुनकर आसपास खड़े लोग हंस पड़े, लेकिन रेलवे ने उस पर भी नियमानुसार कार्रवाई की।
कब सही होता है चेन खींचना?
रेलवे के अनुसार, ट्रेन की चेन खींचना केवल आपातकालीन स्थिति में ही किया जाना चाहिए, जैसे किसी यात्री की तबीयत अचानक बिगड़ जाए, ट्रेन में कोई खतरा या दुर्घटना हो, बच्चों, बुजुर्गों या महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा कोई मामला हो। लेकिन कई लोग बिना कारण, जैसे देर से आने पर ट्रेन रुकवाने या निजी जरूरतों के लिए चेन खींचते हैं। इससे ट्रेन के समय पर चलने में बाधा आती है और सभी यात्रियों को परेशानी होती है।
रेलवे की अपील और आगे की योजना
रेलवे ने साफ कहा है कि बिना ठोस कारण के चेन खींचना एक दंडनीय अपराध है। इसलिए यात्री ऐसा करने से बचें। यदि किसी को वाकई आपात स्थिति हो, तो वे स्टेशन मास्टर, गार्ड या RPF से संपर्क करें। रेलवे यात्रियों की सुविधाओं के लिए लगातार काम कर रहा है – जैसे ट्रेन का समय पर संचालन, स्टेशन पर सफाई, यात्री सुविधाओं में सुधार। लेकिन इस तरह की लापरवाही और नियम तोड़ने की घटनाएं रेलवे के काम को बाधित करती हैं। रेलवे ने यह भी बताया कि इस तरह के अभियान आगे भी जारी रहेंगे और नियम तोड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।