Edited By Mamta Yadav,Updated: 13 Jul, 2024 06:42 PM

छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या पहुंचे तो वरवस ही भावुक हो गए। उन्होंने माता कौशल्या के साथ भगवान श्री राम के ननिहाल का जिक्र किया और कहा कि वह लोग सौभाग्य शाली है कि अपने वनवास काल का अधिकतम समय...
Ayodhya News, (संजीव आजाद): छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या पहुंचे तो वरवस ही भावुक हो गए। उन्होंने माता कौशल्या के साथ भगवान श्री राम के ननिहाल का जिक्र किया और कहा कि वह लोग सौभाग्य शाली है कि अपने वनवास काल का अधिकतम समय श्री राम ने छत्तीसगढ़ में बिताया।

छत्तीसगढ़ के कुनकुरी इलाके के कांसाबेल से लगे बगिया गांव के रहने वाले विष्णुदेव साय मूलतः किसान हैं। छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है और वे इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब वह अपने मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या पहुंचे तो उन्हें माता कौशल्या की याद आ गई। महाराजा दशरथ की पत्नी और श्री राम की मां कौशल्या छत्तीसगढ़ की रहने वाली थी। इसीलिए यहां के लोग छत्तीसगढ़ को श्री राम का ननिहाल मानते हैं। यही कारण है कि अयोध्या पहुंचने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव ने कहा कि हम सब मामा प्रदेश से आ रहे हैं और छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए श्री राम से प्रार्थना करने आए हैं।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समय छत्तीसगढ़ यानि उनके ननिहाल से सुगंधित चावल समेत कई सामान आए थे। इस बार जब मुख्यमंत्री और उनकी पूरी कैबिनेट अयोध्या पहुंची तो अपने साथ सुगंधित चावल और माता शबरी के बेर भी लाई है। जिसे उन्होंने रामलला को समर्पित किया। सरयू के किनारे आरती की और पूजन कर प्रार्थना और अपने रिश्ते का इजहार किया।