Edited By Ramkesh,Updated: 21 Jul, 2025 06:44 PM

हरिद्वार से डाक कांवड़ लेने जा रहे युवकों और ग्रामीणों के बीच मामूली विवाद रविवार को देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे और धारदार हथियार चले, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना...
शामली (पंकज मलिक): हरिद्वार से डाक कांवड़ लेने जा रहे युवकों और ग्रामीणों के बीच मामूली विवाद रविवार को देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे और धारदार हथियार चले, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना कांधला थाना क्षेत्र के आल्दी गांव की है, जहां बाइक सवार कांवड़िए साइलेंसर निकालकर पटाखे छोड़ रहे थे। इसका विरोध पूर्व ग्राम प्रधान के परिजनों ने किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में टकराव शुरू हो गया।
पटाखे छोड़ने पर शुरू हुआ विवाद, बढ़ा तनाव
आरोप है कि गांव निवासी शुभम, जो अपने साथियों के साथ डाक कांवड़ लेने जा रहा था, जब पूर्व प्रधान सतीश चौहान के घर के सामने से गुजरा, तो उसके भाई संजय चौहान ने पटाखे छोड़ने पर आपत्ति जताई। इससे विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। जल्द ही यह झड़प खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई। आरोप है कि कांवड़ियों के पक्ष ने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। पूर्व प्रधान के पक्ष से आयुष, प्रमोद, संजय, रितिक, रवि, सचिन और उषा घायल हुए हैं। वहीं दूसरे पक्ष से शुभम, बिट्टू और मामचंद को चोटें आई हैं।
फायरिंग के भी लगाए गए आरोप
पूर्व प्रधान सतीश चौहान का आरोप है कि हमलावरों ने धारदार हथियारों के साथ साथ तमंचे से फायरिंग भी की। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हल्का बल प्रयोग कर हालात को काबू में लिया।
सभी घायलों का प्राथमिक इलाज, गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर
पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए कांधला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से गंभीर रूप से घायल लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
दोनों पक्षों ने थाने में एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।