Edited By Purnima Singh,Updated: 20 Jul, 2025 04:29 PM

सावन के पवित्र महीने में यूपी के मेरठ जिले से मानवता और सेवा की नई मिसाल सामने आई है। यहां गाजियाबाद के दौलतपुरा निवासी शिवभक्त की सांसें अचानक थम गईं, तभी एक शख्स जीवनदाता बनकर आया और सीपीआर देकर युवक की जान बचा ली। डॉ कुलदीप की 20 मिनट की कोशिशों...
मेरठ : सावन के पवित्र महीने में यूपी के मेरठ जिले से मानवता और सेवा की नई मिसाल सामने आई है। यहां गाजियाबाद के दौलतपुरा निवासी शिवभक्त की सांसें अचानक थम गईं, तभी एक शख्स जीवनदाता बनकर आया और सीपीआर देकर युवक की जान बचा ली। डॉ कुलदीप की 20 मिनट की कोशिशों ने उसे मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया।
घटना मेरठ के दौराला क्षेत्र की है। हरिद्वार गंगाजल लेने जा रहे प्रवीण की बाइक एक अज्ञात वाहन से टकराने के बाद वह छाती के बल सड़क पर गिर गए। उनके बेटे, साले और साथी कुछ समझ पाते उससे पहले ही प्रवीण की सांसें थम चुकी थीं। यह देख सभी घबरा गए। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि ऐसी स्थिति में क्या किया जाए। तभी संयोगवश वलीदपुर गांव की प्रधान राखी के पति डॉ कुलदीप वहां से गुजर रहे थे। भीड़ देखकर वह रुक गए और पूरी स्थिति को जाना। जिसके बाद बिना देर किए प्रवीण को चारपाई पर लिटवाया। फिर उन्होंने सीपीआर देकर उनकी जान बचा ली।
जब प्रवीण को होश आया तो वहां मौजूद हर कोई भावुक हो गया। डॉ कुलदीप ने बताया कि उन्होंने पहले भी कई बार सीपीआर दी है, लेकिन यह पहला मौका था जब बिना किसी चिकित्सीय संसाधन के सड़क किनारे एक जान बचाने का मौका मिला।