Edited By Anil Kapoor,Updated: 20 Jul, 2025 07:33 AM

Ballia News: बलिया जिले में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। गंगा का खतरे का निशान 57.615 मीटर है, लेकिन अब पानी 58.19 मीटर तक पहुंच चुका है, यानी खतरे के निशान को पार कर चुका है। इस कारण कई निचले इलाके पानी में...
Ballia News: बलिया जिले में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। गंगा का खतरे का निशान 57.615 मीटर है, लेकिन अब पानी 58.19 मीटर तक पहुंच चुका है, यानी खतरे के निशान को पार कर चुका है। इस कारण कई निचले इलाके पानी में डूबने लगे हैं और लोगों में डर का माहौल बन गया है।
निहोरा नगर और गायत्री नगर में बाढ़ का कहर
बलिया शहर के महावीर घाट रोड स्थित निहोरा नगर और गायत्री नगर में गंगा का पानी घुस चुका है। कई घरों में पानी भर गया है, जिससे लोग घर छोड़कर सड़क पर रहने को मजबूर हैं। निहोरा नगर की रहने वाली गीता ने बताया कि उनके घर में पानी भर चुका है। पहले 2 दिन उन्होंने अपने परिवार के साथ खुले आसमान के नीचे सड़क किनारे गुजारे, फिर प्लास्टिक और तिरपाल लगाकर खुद ही अस्थाई व्यवस्था की। कुछ सामान किसी और के घर रखा है, बाकी को बचा नहीं पाए। गायत्री नगर में भी हालात बेहद खराब हैं। वहां की प्रीति देवी ने बताया कि छोटे बच्चों को लेकर बहुत डर लगा रहता है कि कहीं पानी में फिसल ना जाएं। उन्होंने कहा कि जब उनकी नई शादी हुई थी तब भी बाढ़ आई थी और प्रशासन से उन्हें कुछ राहत सामग्री मिली थी। लेकिन अब हालात खराब होने के बावजूद कोई अधिकारी हालचाल तक लेने नहीं आया।

प्रशासन नदारद, लोग खुद कर रहे जुगाड़
बाढ़ से परेशान लोग लगातार प्रशासन से मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन अब तक कोई राहत या सहायता नहीं पहुंची है। पीड़ितों का कहना है कि ना तो कोई अधिकारी मौके पर आया, ना ही कोई राहत शिविर या खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। ग्राउंड पर मौजूद लोग अपने डूबे हुए घरों को दूर से देखते हुए बेहद भावुक नजर आए। कई लोग अपने सामान बचाने की कोशिश करते दिखाई दिए, लेकिन पानी की तेज रफ्तार के आगे किसी का भी जोर नहीं चला।

स्थिति गंभीर, ठोस कार्रवाई की जरूरत
गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में अगर जल्द ही प्रशासन ने राहत कार्य शुरू नहीं किए तो हालात और बिगड़ सकते हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, भोजन-पानी की व्यवस्था करने और मेडिकल सहायता देने की तुरंत जरूरत है।