Edited By Anil Kapoor,Updated: 20 Jul, 2025 10:29 AM

Viral News: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र के एक गांव में हुई एक अनोखी शादी इन दिनों चर्चा में है। जहां की एक युवती ने थिंडो परिवार के 2 सगे भाइयों से शादी रचाई है। यह शादी 12 से 14 जुलाई 2025 के बीच पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ...
Viral News: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र के एक गांव में हुई एक अनोखी शादी इन दिनों चर्चा में है। जहां की एक युवती ने थिंडो परिवार के 2 सगे भाइयों से शादी रचाई है। यह शादी 12 से 14 जुलाई 2025 के बीच पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुई, जिसमें गांव के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कहां हुई ये शादी?
मिली जानकारी के मुताबिक, यह अनूठा विवाह शिलाई क्षेत्र के कुन्हट गांव में हुआ। इस शादी ने एक बार फिर उस परंपरा को जिंदा कर दिया है जो यहां सदियों से चली आ रही बहुपति प्रथा (Polyandry) के नाम से जानी जाती है।
क्या है बहुपति प्रथा?
बहुपति प्रथा यानी एक महिला का एक से अधिक पुरुषों (अक्सर सगे भाइयों) से विवाह करना। शिलाई के हाटी समुदाय में इस प्रथा को 'उजला पक्ष' कहा जाता है। स्थानीय भाषा में इसे 'जोड़ीदार प्रथा' भी कहते हैं।
पढ़े-लिखे दूल्हे, समाज का समर्थन
इस शादी की एक खास बात यह भी है कि दोनों दूल्हे पढ़े-लिखे और नौकरीपेशा हैं। एक भाई हिमाचल प्रदेश के जल शक्ति विभाग में कार्यरत है। दूसरा भाई विदेश में नौकरी करता है। गांव वालों ने इस विवाह को पूरी सहमति और पारंपरिक सम्मान के साथ स्वीकार किया। समाज ने इसे संस्कृति और परंपरा से जुड़ी सकारात्मक पहल बताया है।
परंपरा का उद्देश्य क्या है?
जानकारों के अनुसार इस प्रथा के पीछे संयुक्त परिवार को बनाए रखने और संपत्ति के बंटवारे से बचने का मकसद होता है। इससे भाई आपस में बंटते नहीं और परिवार की एकता बनी रहती है।
क्या यह प्रथा कानूनी है?
हां, हिमाचल प्रदेश में यह परंपरा कानूनी रूप से मान्य है। इसलिए समाज इसे अवैध या गलत नहीं मानता। लोग इसे एक संवेदनशील सामाजिक व्यवस्था के रूप में देखते हैं।
किन्नौर, लाहौल-स्पीति में भी मौजूद
बहुपति प्रथा सिर्फ शिलाई तक सीमित नहीं है। हिमाचल के अन्य पहाड़ी जिलों जैसे किन्नौर, लाहौल-स्पीति में भी यह परंपरा अब भी कहीं-कहीं जीवित है, हालांकि अब बहुत कम देखने को मिलती है।