Edited By Anil Kapoor,Updated: 26 Jun, 2025 12:19 PM

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विपक्ष और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय को बीते बुधवार को गोरखपुर दौरे के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। सपा का आरोप है कि इस दौरान असामाजिक तत्वों ने पांडेय और उनके साथियों पर...
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विपक्ष और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय को बीते बुधवार को गोरखपुर दौरे के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। सपा का आरोप है कि इस दौरान असामाजिक तत्वों ने पांडेय और उनके साथियों पर हमला किया।
क्या हुआ था?
मिली जानकारी के मुताबिक, माता प्रसाद पांडेय गोरखपुर के 'विरासत कॉरिडोर' से होते हुए 'तिवारी हाता' इलाके में मीडिया से बात करने जा रहे थे। जैसे ही उनका काफिला नरमल चौराहे पर पहुंचा, वहां पहले से मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं और कुछ व्यापारियों ने "सपा वापस जाओ" जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हल्की झड़प हुई। समाजवादी पार्टी के कुछ वाहनों को नुकसान भी हुआ और गाड़ियों की खिड़कियां टूट गईं। इसके बाद माता प्रसाद पांडेय और सपा कार्यकर्ताओं ने वहीं सड़क पर धरना शुरू कर दिया।
BJP समर्थकों का भी धरना
पार्टी के विरोध में भाजपा समर्थकों और कुछ व्यापारी प्रतिनिधियों ने भी उसी जगह पर समानांतर धरना शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने भाजपा समर्थकों को वहां से हटाया, जिससे पांडेय थोड़ी देर बाद आगे बढ़ सके। उन्होंने मौके पर कुछ व्यापारियों से भी संक्षिप्त बातचीत की।
माता प्रसाद पांडेय का आरोप
बाद में मीडिया से बात करते हुए पांडेय ने कहा कि व्यापारियों को उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है। जब हम हालात देखने पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक विधायक ने हमें रोका। हमारी गाड़ियों पर हमला हुआ और शीशा तोड़ा गया।
BJP का पलटवार
इस पर भाजपा विधायक विपिन सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि गोरखपुर और पूरे प्रदेश में विकास हो रहा है, लेकिन सपा नेता राजनीतिक नौटंकी कर रहे हैं। व्यापारी अब सपा की चालें समझ चुके हैं, इसलिए उन्होंने विरोध किया।
अखिलेश यादव की तीखी प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए सोशल मीडिया (X) पर लिखा कि गोरखपुर दौरे के दौरान माता प्रसाद पांडेय और लाल बिहारी यादव पर असामाजिक तत्वों ने हमला किया, जो लोकतंत्र के लिए बेहद चिंता का विषय है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर जनसमस्याएं उठाने पर विपक्ष के नेताओं पर हमला होता है, तो इसे "राज्य प्रायोजित अराजकता" कहा जाएगा। अखिलेश यादव ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो इसे "जानबूझकर की गई साजिश" माना जाएगा।
सपा ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
समाजवादी पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से भी प्रतिक्रिया आई, जिसमें कहा गया कि सच को दबाने के लिए सरकार गुंडों पर भरोसा कर रही है। गोरखपुर में व्यापारियों से मिलने पहुंचे सपा नेताओं पर हमला कर उन्हें चुप कराने की कोशिश की गई। पार्टी का आरोप है कि ये हमला व्यापारियों की आवाज को दबाने और उनके मुद्दों को सामने आने से रोकने के लिए किया गया।
प्रशासन की चुप्पी
इस पूरी घटना पर स्थानीय प्रशासन या पुलिस की ओर से बुधवार रात तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। ना ही इस मामले में किसी की गिरफ्तारी हुई है।