Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 11 Feb, 2021 03:31 PM

चीन से निकले कोरोना वायरस के उस दौर को कौन भूल सकता है जब इस वायरस ने मौत का भय दिखाकर तांडव मचा रखा था। ऐसे में योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसे नियंत्रित
वाराणसीः चीन से निकले कोरोना वायरस के उस दौर को कौन भूल सकता है जब इस वायरस ने मौत का भय दिखाकर तांडव मचा रखा था। ऐसे में योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसे नियंत्रित करने के लिए बेहतरीन काम किया। जिसके तहत कई स्कूल व कॉलेजों को आश्रय स्थल भी बनाया गया। ऐसे में उत्तर प्रदेश वाराणसी के जेपी मेहता इंटर कॉलेज में उस वक्त सनसनी मच गई जब पुराने जर्जर भवन के एक कमरे में नर कंकाल मिलने की खबर फैल गई।
बता दें कि प्रिंसिपल डॉक्टर एनके सिंह की सूचना पर आई पुलिस ने कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। कंकाल के समीप ही बाल्टी और मग पड़ा हुआ था। वहीं इसे लेकर यह अंदाजा लगाया गया कि बीते साल लॉकडाउन के दौरान जब स्कूल में आश्रय स्थल बनाया गया था, उस समय कोई श्रमिक सुनसान स्थान की ओर शौच करने गया होगा। उसी दौरान किसी जहरीले जंतु के काटने या हार्टअटैक की वजह से उसकी मौत हो गई होगी।
कैंट थाने की पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और जांच की। इस बाबत प्रभारी निरीक्षक कैंट ने बताया कि प्रथम दृष्टया यही प्रतीत हो रहा है कि लॉकडाउन के दौरान स्कूल में बने आश्रय स्थल में से किसी का यह शव है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट हो जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा।