Edited By Ramkesh,Updated: 30 Jun, 2024 06:28 PM
![the government is working against the basic spirit of reservation akhilesh](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_18_27_489253685untitled-321-ll.jpg)
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इटावा के भरथना कस्बे में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। जहां मीडिया से बात करते हुए संविधान को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संविधान...
इटावा, (अरवीन इटावा) : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इटावा के भरथना कस्बे में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। जहां मीडिया से बात करते हुए संविधान को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संविधान के साथ खिलवाड़ करती है और आरक्षण के मूल भावना के खिलाफ रही है।
उन्होंने कहा कि जाति जनगणना को लेकर समाजवादी पार्टी ने सबके साथ मिलकर पिछले चुनाव में मांग की थी। बाबा साहब और मंडल कमीशन की यही मांग थी कि हम सब की जाति जनगणना हो। कुछ लोग पत्र लिखकर भारतीय जनता पार्टी की रखवाली करना चाहते हैं। अब इन्हें महसूस हो गया है जागरूक जनता इनके खिलाफ मतदान कर रही है। वाइस चांसलर की नियुक्ति में पीडीए
परिवार के लोगों को शामिल नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी सहित देश की बड़ी यूनिवर्सिटी में पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक का 15% भी नौकरियों में हिस्सेदारी नहीं है। यही हालत उत्तर प्रदेश के बीएचयू की भी है।इन सभी यूनिवर्सिटी में अपॉइंटमेंट वाइस चांसलरों द्वारा जो नियुक्ति की गई है उसमें भी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक को स्थान नहीं मिला है। आरक्षण के साथ खिलवाड़ हुआ है। यादव के जन्मदिन पर समाजवादी पार्टी के नेता पूरे देश में बरगद पीपल जैसे मजबूत जड़ों वाले पौधों का वृक्षारोपण करेंगे जिससे दलित अल्पसंख्यकों की मजबूती हो सके।
अखिलेश यादव ने नीट के एग्जाम पर कहा कि नीट का एग्जाम तो नीट एंड क्लीन होना चाहिए । समाजवादी पार्टी हमेशा बेरोजगारों की लड़ाई लड़ती रही है और आज देश का बेरोजगार हम सबके साथ है नतीजा पूरे देश ने देखे हैं। भाजपा हर एग्जाम में खिलवाड़ करती है और उंगली दूसरों पर उठाती है। संविधान की रक्षा को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि उस पर जब भी आच आएगी तो समाजवादी लोग संविधान की रक्षा के लिए सबसे पहले आगे आएंगे।