Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 03 Mar, 2021 03:15 PM
कहते हैं कि उम्र जीवन की एक सीमा होती है और जो इस सीमा को पार कर गया वो निश्चित तौर पर एक अलग मुकाम बनाता है। कुछ ऐसा ही नजारा दिखा उत्तर प्रदेश वाराणसी के
वाराणसीः कहते हैं कि उम्र जीवन की एक सीमा होती है और जो इस सीमा को पार कर गया वो निश्चित तौर पर एक अलग मुकाम बनाता है। कुछ ऐसा ही नजारा दिखा उत्तर प्रदेश वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 42वें दीक्षांत समारोह में, जहां राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मेधावियों को गोल्ड मेडल और उपाधिया दीं। इस माहौल में 69 वर्ष के उम्र बुजुर्ग सुरेंद्र प्रसाद Center of attraction बन गए। क्योंकि इन्होंने इस उम्र में लॉ की डिग्री हासिल की है।
बता दें कि राज्यपाल से डिग्री मिलने के बाद वह काफी प्रसन्न नजर आए, उनके बारे में बता दें कि 69 वर्ष के बुजुर्ग सेवा निर्मित इंजीनियर है सुरेंद्र प्रसाद। रिटायर होने के बाद इन्होंने वकालत करने की ठानी और आज सुरेंद्र को गोल्ड मेडल मिला।
दिलचस्प है पढ़ाई के पीछे की कहानी
69 वर्षीय छात्र ने बताया कि उनके परिवार के एक वकील ने विरोधी से मिलकर उन्हें एक मुकदमे में हरवाया था, तभी से वो एक जज बनना चाहते थे, लेकिन बाद में वो एक इंजीनियर बने और नौकरी से रिटायर होने के बाद उन्होंने काशी विद्यापीठ से एलएलबी पूरी की है। उनका जोश व जज्बा ऐसा रहा कि 41 छात्राओं व 19 छात्रों यानि कुल 60 छात्रों के बीच में वह भी स्वर्ण पदक प्राप्त किए।