Edited By Anil Kapoor,Updated: 23 Mar, 2023 03:07 PM

अमेठी (Amethi) में पक्षी विहार से लापता सारस के मिलने के बाद भी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) सरकार पर तंज की बारिश जारी रखी है। अमेठी...
अमेठी: अमेठी (Amethi) में पक्षी विहार से लापता सारस के मिलने के बाद भी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) सरकार पर तंज की बारिश जारी रखी है। अमेठी से रायबरेली (Rae Bareli) के पक्षी विहार लाया गया सारस बुधवार शाम लापता हो गया था जिसके मिलने का एक वीडियो गुरूवार को सोशल मीडिया (Social Media) में वायरल (Viral) हुआ है। इस मामले को लेकर अखिलेश योगी सरकार पर हमलावर रूख बनाये हुए हैं।
अमेठी के आरिफ और एक सारस की दोस्ती सोशल मीडिया में हुई थी वायरल
दरअसल, पिछले दिनों अमेठी के आरिफ और एक सारस की दोस्ती सोशल मीडिया में वायरल हुई थी, जिसके बाद सपा प्रमुख आरिफ से मिलने अमेठी जा पहुंचे थे। बाद में राजकीय पक्षी सारस को वन विभाग ने रायबरेली के पक्षी विहार इस तर्क के साथ भेज दिया था कि राजकीय पक्षी का संरक्षण सरकार की जिम्मेदारी है। इस घटना को लेकर अखिलेश ने भाजपा सरकार को निशाने पर ले लिया था। उन्होने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सरकार को उनकी और आरिफ की मुलाकात रास नहीं आई और उसने सारस को पक्षी विहार भेज दिया। बाद में सारस के लापता होने पर आंदोलन की चेतावनी देते हुये ट्वीट किया ‘‘ उप्र वन-विभाग द्वारा अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस' अब लापता है। उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है। भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे। शर्मनाक।

'मुख्यमंत्री जी चाहें तो लापता सारस का कोई नामकरण भी कर दें लेकिन उसे ढूँढकर उसकी जान ज़रूर बचाएं'
एक अन्य ट्वीट में उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री जी चाहें तो लापता सारस का कोई नामकरण भी कर दें लेकिन उसे ढूँढकर उसकी जान ज़रूर बचाएं। वो सारस भी पूरे उप्र को वैसे ही प्रिय है, जैसे मुख्यमंत्री जी को गोलू।'' सारस के मिलने के बाद भी अखिलेश नहीं रूके और उन्होने एक अन्य ट्वीट में भाजपा सरकार को नसीहत देते हुए कहा ‘‘ उप्र के पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया' नामक गाँव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें उप्र की सरकार नाकाम रही। सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकतीज् भाजपाई अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए।''

एक वर्ष पूर्व जंगल में लावारिस हालात में अमेठी के आरिफ को मिला था यह सारस
गौरतलब है कि अमेठी के आरिफ को यह सारस एक वर्ष पूर्व जंगल में लावारिस हालात में मिला था। उस उसके पैर में काफी चोट लगी थी। आरिफ उसे अपने घर ले आए और सारस उनके घर का सदस्य बन गया। सारस का आरिफ के साथ उठना बैठना खाना पीना सब होने लगा।बाइक से चलते जाते तो उनके पीछे उड़ता हुआ पहुंच जाता था।एक इंसान और एक पक्षी की दोस्ती देखने के लिए लोग दूर-दूर से आरिफ के पास आते थे। आरिफ के परिवार के सदस्य भी इस सारस के दाना पानी का ख्याल रखते थे। उनकी मुहब्बत का असर इतना था कि जब आरिफ खेतों में काम करने जाते, सारस भी उनके साथ आता था। जब वह घर लौटते तो खुद ब खुद घर लौट जाता था। बीते मंगलवार को आरिफ के घर से लाये गए सारस पक्षी को समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया था जिसके बाद अब सारस पक्षी का पक्षी विहार में लोकेशन नही मिल रहा है। विभाग के अधिकारियो के मुताबिक बुधवार चार बजे के बाद से सारस को नही देखा गया है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव सारस और आरिफ को लेकर सरकार पर हमलावर है।