Edited By Mamta Yadav,Updated: 21 Jul, 2025 05:59 PM

हाइकोर्ट के निर्देश पर सपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष इरशाद अहमद के घर पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाया तो हड़कंप मच गया। बुलडोजर कार्यवाही के दौरान इरशाद घर पर मौजूद नहीं थे और वे परिवार के साथ अजमेर गए हुए थे। इसी दौरान सदर तहसील के अधिकारी...
Basti News, (विवेक श्रीवास्तव): हाइकोर्ट के निर्देश पर सपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष इरशाद अहमद के घर पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलाया तो हड़कंप मच गया। बुलडोजर कार्यवाही के दौरान इरशाद घर पर मौजूद नहीं थे और वे परिवार के साथ अजमेर गए हुए थे। इसी दौरान सदर तहसील के अधिकारी पहुंचे और बुलडोजर से बंजर की जमीन में बने उनके मकान को ध्वस्त कर दिया। इरशाद अहमद ने बताया कि उनके मकान के अंदर एक करोड़ का सामान भी रखा था जिसका नुकसान हो गया। अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष ने प्रशासन की इस कार्यवाही को पक्षपात पूर्ण कार्यवाही बताए हुए कहा उनके अगल-बगल भी कई लोग गड्ढे की जमीन पर मकान बनाए हुए हैं मगर बुलडोजर का एक्शन उन पर नहीं हुआ और उन्हें बिना नोटिस दिए और सपा नेता होने की वजह से कार्यवाही कर दी गई।

जब तक इरशाद अहमद नोटिस का कोई जवाब दे पाते तब तक बुलडोजर चल गया
दरअसल, यह पूरा मामला सदर तहसील के मदारपुर गांव से जुड़ा हुआ है। जहां सपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष इरशाद अहमद का मकान बना हुआ था। इसी गांव के बंजर जमीन गाटा संख्या 373 और 374 पर इरशाद अहमद का कब्जा था, जिसको लेकर हाइकोर्ट में सुनवाई चल रही। इसी दौरान हाइकोर्ट ने जिला प्रशासन को आदेशित किया प्रकरण का निपटारा कराकर अवगत कराए। जिसके बाद प्रशासन ने कार्यवाही शुरू करते हुए इरशाद के कब्जे वाली जमीन की पैमाईश कराई, इसके बाद नोटिस देकर कब्जा खाली करने का फरमान सुना दिया। जब तक इरशाद अहमद नोटिस का कोई जवाब दे पाते तब तक उनके अवैध कब्जे पर बुलडोजर चल गया। नायब तहसीलदार स्वाति सिंह राजस्व और पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया और रिपोर्ट डीएम को भेज दी।

सपा नेता होने की वजह से निशाना बनाया गया
सपा नेता जिला अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा इरशाद अहमद ने बताया कि उन्हें नोटिस नहीं मिली और उनकी अपील पर प्रशासन ने सुनवाई भी नहीं किया। बताया कि पहले चिन्हांकन किया जाना चाहिए था मगर ऐसा नहीं किया गया। बंजर की जमीन पर सिर्फ उनका ही नहीं बल्कि काफी लोगों का कब्जा है। गाटा संख्या 372, 373, 374, 375, 376 पर भी अवैध निर्माण हो गए हैं मगर उन कब्जों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। सपा नेता होने की वजह से सिर्फ उन्हें बीजेपी नेताओं के दबाव में निशाना बनाया गया है।