Edited By Deepika Rajput,Updated: 09 Jul, 2019 10:59 AM
वाराणसी के शिवपुर सेंट्रल जेल में निर्माणाधीन बैरक, आवास, चहारदीवारी में करोड़ों रुपये के गबन की एसआईटी जांच शुरू हो गई है। शासन ने एडिशनल एसपी अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय टीम गठित की है।
वाराणसी: वाराणसी के शिवपुर सेंट्रल जेल में निर्माणाधीन बैरक, आवास, चहारदीवारी में करोड़ों रुपये के गबन की एसआईटी जांच शुरू हो गई है। शासन ने एडिशनल एसपी अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय टीम गठित की है। एसआईटी ने कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम से प्रोजेक्ट की फाइल तलब की है। जांच के बाद राजकीय निर्माण निगम के आधा दर्जन अभियंताओं पर गाज गिरना तय है।
विभागीय जांच में सामने आया करोड़ों के गबन का मामला
जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2011 से सेंट्रल जेल में 9.86 करोड़ रुपये से 2500 मीटर चारदीवारी, 6.78 करोड़ रुपये से 450 बैरक, 5.16 करोड़ रुपये से टू बीएचके के 45 आवास का निर्माण चल रहा है। कार्यदायी एजेंसी को यह कार्य 2014 में पूरा करना था, लेकिन 2015 तक पूरा पैसा खर्च करने के बावजूद भी केवल 1000 मीटर ही चारदीवारी बनी। आगे के निर्माण के लिए बजट की मांग की गई। शासन ने मई 2016 में विभागीय जांच का निर्देश दिया, जिसमें करोड़ों के गबन का मामला सामने आया।
जांच में पाया गया कि 450 बैरकों में केवल 270 ही हैंडओवर किए गए हैं। 120 का ढांचा खड़ा है, जबकि 60 का निर्माण ही शुरू नहीं हुआ है। कर्मचारियों के लिए आवास भवन तैयार है, लेकिन अब भी काम शेष है। विभागीय जांच रिपोर्ट से असंतुष्ट गृह विभाग ने हफ्ते भर पहले एसआईटी गठित कर जांच शुरू कराई गई है। एसआईटी ने प्रोजेक्ट से जुड़ी सभी फाइलें तलब की है, जिन्हें जल्द ही भेज दिया जाएगा।