डेंगू मरीज मौत मामले में चौंकाने वाला खुलासा, अधिकारी बोले- मौसमी जूस नहीं खराब प्लेटलेट्स चढ़ाने से हुई थी मौत

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Oct, 2022 08:24 AM

shocking revelation in dengue patient death case

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में कुछ दिनों पहले नकली ब्लड प्लेटलेट्स बेचने का मामला सामने आया था। जिसमें कथित तौर पर एक डेंगू के मरीज की मौसमी का जूस चढ़ाने से मौत ....

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में कुछ दिनों पहले नकली ब्लड प्लेटलेट्स बेचने का मामला सामने आया था। जिसमें कथित तौर पर एक डेंगू के मरीज की मौसमी का जूस चढ़ाने से मौत हो गई थी। वहीं डेंगू मरीज को नकली प्लेटलेट चढ़ाए जाने के मामले में डीएम की ओर से गठित 3 सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार खत्री बताया कि जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि डेंगू मरीज को असुरक्षित ढंग से रखा गया प्लेटलेट ही चढ़ाया गया था, इसमें मौसमी के जूस की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाने में अस्पताल द्वारा लापरवाही पाई गई है और अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

 

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों इस अस्पताल में डेंगू के मरीज प्रदीप पांडेय को मौसमी का जूस चढ़ाने का उनके रिश्तेदारों ने आरोप लगाया था। उनका कहना था कि मौसमी का जूस चढ़ाने से प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ गई थी जिसके बाद उसे शहर के एक दूसरे अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उसकी मौत हो गई। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के ट्वीट और उनके आदेश पर जिला प्रशासन हरकत में आया और उस अस्पताल को 20 सितंबर को सील कर दिया गया था। अस्पताल को सील किए जाने के अगले दिन 21 सितंबर को प्रयागराज पुलिस ने नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इस गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। 


बता दें कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से ग्लोबल अस्पताल की स्वामी मालती देवी को 19 अक्टूबर को एक नोटिस जारी किया गया जिसमें उस भवन को अनाधिकृत रूप से निर्मित बताया गया है जिसमें यह अस्पताल संचालित है। नोटिस में कहा गया है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण से अपेक्षित अनुमति प्राप्त किए बगैर भवन का निर्माण कराया गया है, जिसके लिए पूर्व में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और अपना पक्ष रखने के लिए सुनवाई का अवसर दिया गया। इसमें कहा गया है कि लेकिन सुनवाई की तिथि पर उपस्थित नहीं होने और स्वामित्व संबंधित अभिलेख और शमन मानचित्र प्रस्तुत नहीं करने के कारण ध्वस्तीकरण आदेश पारित किया गया है। भवन में स्थित अस्पताल को 28 अक्टूबर को सुबह 11 बजे तक खाली करने का निर्देश दिया गया है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Lucknow Super Giants

Royal Challengers Bengaluru

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!