Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 18 Aug, 2018 11:26 AM
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है। जहां दो पक्षों के बीच हुए झगड़े में 2 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने शवों को बिना सील किए जीप में जानवरों की तरह लादकर पोस्टमार्टम...
कौशांबीः उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है। जहां दो पक्षों के बीच हुए झगड़े में 2 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने शवों को बिना सील किए जीप में जानवरों की तरह लादकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया। इतना ही नहीं जीप में लादे गए शवों के साथ बैठे सिपाही ने मानवता को शर्मसार करते हुए उनके ऊपर पैर रख लगभग 30 किमी का सफर तय किया। हद तो तब हो गई जब पोस्टमार्टम हाउस जाते समय रास्ते में पुलिस जीप के सामने एक साइकिल सवार युवक आ गया। इस पर पुलिसकर्मी ने उसे जमकर पीटा।

मामला सराय अकिल थाना के चंदूपुर गांव का है। यहां किसी बात को लेकर वर्तमान ग्राम प्रधान व पूर्व ग्राम प्रधान के बीच झगड़ा हो गया था। झगड़ा इतना अधिक बढ़ गया था कि दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडा, कुल्हाड़ी के साथ कई राउंड गोली भी चली। गोली लगने से दोनों पक्षों के रामलखन व लवकुश की मौत हो गई। घटना के बाद एसपी व एडीजी इलाहाबाद रेंज मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में तिल्हापुर पुलिस चौकी की जीप में दोनों शवों को बिना कफन जानवरों की तरह लादकर पोस्टमार्टम हाउस ले जाया गया। और तो और मानवीय संवेदनाओं को तार-तार करते हुए सिपाही राम कुमार शव के ऊपर पैर रख कर बैठा रहा।

रास्ते में एक साइकिल सवार युवक जीप के सामने आ गया तो सिपाही ने जीप रोक नीचे उतर बीच सड़क उसे जमकर पीटा। पोस्टमार्टम हाउस मे सिपाही से शवों के ऊपर पैर रखकर बैठने का कारण पूछा गया तो वह साफ इंकार करते हुए अपनी करतूत से मुकर गया। यही वीडियो जब पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने देखा तो उन्होंने तिल्हापुर पुलिस चौकी इंचार्ज मनोज सिंह को निलंबित करते हुए कांस्टेबल राम कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। एसपी ने दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करा दिया है।