Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Feb, 2021 02:49 PM
अपने परिवार के 7 लोगों की हत्या करने वाली शबनम सलाखें के पीछे अपनी जुर्म की सजा काट रही है, इतना ही नहीं उसे फांसी देने की भी तैयारी चल रही है। ऐसे में जेल में शबनम के व्यवाहर में बदलाव देखने को मिलें हैं। शबनम ने महिला बंदियों और जेल कर्मचारियों से...
अमरोहा: अपने परिवार के 7 लोगों की हत्या करने वाली शबनम सलाखें के पीछे अपनी जुर्म की सजा काट रही है, इतना ही नहीं उसे फांसी देने की भी तैयारी चल रही है। ऐसे में जेल में शबनम के व्यवाहर में बदलाव देखने को मिलें हैं। शबनम ने महिला बंदियों और जेल कर्मचारियों से बातचीत करना बंद कर दिया है। वह जेल में अक्सर छुप-छुपकर रोती रहती है। खाने-पीने में भी अब उसका मन नहीं लगता है।
बता दें कि अमरोहा के बावनखेड़ी में 14/15 अप्रैल 2008 में परिवार के 7 सदस्यों को प्रेमी सलीम के साथ मिलकर मौत के घाट उतारने वाले शबनम की पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। देश की आजादी के बाद भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब किसी महिला कैदी को फांसी पर लटकाया जाएगा। मथुरा जेल में महिला को फांसी देने की तैयारियां चल रही हैं। वहीं हाल ही में रामपुर जेल में अपने बेटे से मिलकर शबनम फूट फूट कर रोई।
शबनम ने 14 अप्रैल 2008 की रात अपने प्रेमी सलीम के साथ मिल कर मां ,बाप,भाई ,भाभी भतीजी समेत परिवार के सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। भतीजे की तो गला दबा कर हत्या कर दी थी। 14 अप्रैल को रात परिवार के लोगों को खाना खिलाने के बाद उसने चाय में बेहोशी की दवा मिलाई। जब सभी लोग बेहोश हो गये तो उसने प्रेमी सलीम को बुलाया और दोनों ने कुल्हाड़ी से पूरे परिवार को काट डाला। पुलिस ने तीन दिन में ही इस सामूहिक हत्याकांड का खुलासा कर दिया था। शबनम के फोन के कॉल डिटेल से हत्याकांड का खुलासा हुआ। बाद में उसने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया।