Edited By Deepika Rajput,Updated: 12 Oct, 2019 05:14 PM
योगी के मंत्री मोहसिन रजा द्वारा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक को लेकर उठाए गए सवालों पर धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने मुल्क के खिलाफ न तो कभी अपील की है और न ही कोई काम किया है।...
लखनऊः योगी के मंत्री मोहसिन रजा द्वारा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक को लेकर उठाए गए सवालों पर धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने मुल्क के खिलाफ न तो कभी अपील की है और न ही कोई काम किया है। बोर्ड संविधान के दायरे में रहकर काम कर रहा है।
महली ने कहा कि सवाल उठाने वालों को मालूम होना चाहिए कि देश में संविधान और कानून है। उसके बारे में सबको जानकारी होनी चाहिए, जिसे नहीं पता है तो यह उसकी अपनी गलती है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत पंजीकृत संस्था है। बोर्ड ने अपनी इस बैठक से पहले एजेंडा भी जारी किया और अयोध्या का मामला सुप्रीम कोर्ट में लड़ा जा रहा है, किसी एक संगठन या व्यक्ति के सामने नहीं। मालूम होना चाहिए कि बोर्ड में वो लोग शामिल हैं, जिनके पुरखों ने मुल्क की आजादी पर सब कुछ न्यौछावर किया है।
बता दें कि, मोहसिन रजा ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मुद्दे पर सुनवाई हो रही है और जल्द ही फैसला आने की उम्मीद है तो इस पर बैठक करने का क्या मकसद है? उन्होंने कहा कि यह एक असंवैधानिक एनजीओ है, जो हमेशा देश के खिलाफ काम करता है। यह तीन तलाक और NRC के खिलाफ बोलता रहा है। बोर्ड हमेशा आतंकवाद को समर्थन करता है।
ज्ञात हो कि, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक इस वक्त नदवतुल उलमा में हो रही है। इसमें अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में हो रही सुनवाई और अगले महीने संभावित निर्णय को लेकर चर्चा हो रही है। बैठक में समान नागरिक संहिता और तीन तलाक संबंधी कानून पर भी विस्तृत विचार-विमर्श होना है।